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क्या आप भी केमिकल वाले रंगों से खेल रहे हैं होली? सेहत पर पड़ सकता है इतना बुरा असर आप सोच भी नहीं सकते

Harmful Effects of Chemical Colors: रंगों की वजह से सेहत को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं. आप भी अगर होली के रंग खेलने जा रहे हैं तो पहले जान लें केमिकल कलर्स से होने वाले नुकसान क्या क्या हो सकते हैं.

क्या आप भी केमिकल वाले रंगों से खेल रहे हैं होली? सेहत पर पड़ सकता है इतना बुरा असर आप सोच भी नहीं सकते
Holi Colors Side Effects: केमिकल वाले कलर स्किन के साथ कई समस्याएं खड़ी कर सकते हैं.

Holi 2025: होली के शौकीनों को रंगों की बौछार से दूर रखना बहुत मुश्किल होता है. वैसे तो लोग अब काफी एवेयर हो चुके हैं और ये समझने लगे हैं कि होली जितनी ज्यादा हर्बल और नेचुरल रंगों से खेली जाए. उतनी ही ज्यादा सेफ होती है. उसके बावजूद भी लोग होली के केमिकल वाले रंगों की चपेट में आ ही जाते हैं. इन रंगों की वजह से सेहत को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं. आप भी अगर होली के रंग खेलने जा रहे हैं तो पहले जान लें केमिकल कलर्स से होने वाले नुकसान क्या क्या हो सकते हैं. उसके बाद सही रंगों का चुनाव करें और फिर होली खेंलें.

केमिकल वाले कलर्स से होने वाला नुकसान (Harmful Effect of Chemical Holi Colors)

1. जलन और एलर्जी

केमिकल वाले रंगों से स्किन पर जलन का अहसास हो सकता है. इसके अलावा स्किन पर रेडनेस होने का भी डर है. साथ ही खुजली की शिकायत भी हो सकती है. जिन लोगों की स्किन सेंसिटिव होती है. उन्हें इस तरह के रंगों से दूर रहना चाहिए.

2. आंखों में जलन

स्किन की तरह ही आंखों में भी जलन हो सकती है. इसके अलावा आंखों में रेडनेस या आंसू आने की समस्या भी बढ़ सकती है. ज्यादा मात्रा में रसायनिक कलर आंखों में जाने पर टेंपरेरी ब्लाइंडनेस की शिकायत भी आ सकती है.

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3. गर्भवती महिलाओं को परेशानी

ये केमिकल वाले कलर्स प्रेग्नेंट लेडीज को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं. सांस या मुंह के जरिए ये केमिकल कलर्स पेट तक जा सकते हैं. इसके अलावा प्रेग्नेंट लेडीज की आंखें ज्यादा सेंसिटिव हो जाती हैं. अगर उनकी आंखों में ऐसे कलर्स जाते हैं तो ज्यादा नुकसान हो सकता है.

4. सांस लेने में परेशानी

केमिकल वाले कलर्स में बहुत छोटे छोटे पार्टिकल्स होते हैं. जो हवा में मिलकर, सांस के जरिए रेस्पिरेटरी सिस्टम में जा सकते हैं. जिसकी वजह से खांसने, छींकने की शिकायत हो सकती है. अगर किसी को गंभीर अस्थमा या अन्य कोई रेस्पिरेटरी प्रॉब्लम है, तो उन्हें भी ऐसे रंग नुकसान पहुंचा सकते हैं.

5. स्किन के जरिए प्रवेश

ऐसा नहीं है कि ऐसे रंग सिर्फ मुंह या नाक के जरिए ही शरीर में जा सकते हैं. स्किन भी ऐसे कलर्स से केमिकल को एब्जॉर्ब कर सकती है. जो बाद में परेशानी कारण बन सकते हैं. ये केमिकल टॉक्सिन्स के रूप में शरीर में जमा हो सकते हैं. जो बाद में हेल्थ के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं.

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6. एनवायरमेंट को नुकसान

अब तक तो ये बात हुई कि केमिकल वाले कलर्स लोगों को कितना नुकसान कर सकते हैं. ये समझना भी जरूरी है कि इन कलर्स की वजह से एनवायरमेंट को भी काफी नुकसान होता है. ये कलर्स वॉटर बॉडीज और मिट्टी में मिलकर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं. जिसका खामियाजा अल्टीमेटली लोगों को भी भुगतना पड़ता है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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