Euthanasia law : सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को एक 31 साल के युवक की हालत पर गहरी चिंता जताई, जो पिछले 12 वर्षों से वेजिटेटिव स्टेट (vegetative state) में है. युवक एक इमारत से गिरने के बाद गंभीर रूप से घायल हुआ था और तब से लाइफ सेविंग इक्विपमेंट (life saving equipment) के सहारे बिस्तर पर है. सांस लेने और खाने के लिए वह ट्यूब्स और मशीनों पर निर्भर है. उसके बुजुर्ग माता-पिता ने बेटे को इस दर्द से राहत दिलाने के लिए कोर्ट से पैसिव यूथेनेसिया (इच्छामृत्यु) की अनुमति मांगी है.
AIIMS की रिपोर्ट के मुताबिक, युवक ट्रेकियोस्टॉमी और गैस्ट्रोस्टॉमी ट्यूब के सहारे जीवित है और लंबे समय से बिस्तर पर पड़े रहने के कारण उसके शरीर पर गंभीर बेड सोर (Severe bedsores) हो चुके हैं. मेडिकल बोर्ड पहले ही साफ कर चुका है कि उसके ठीक होने की संभावना लगभग ना के बराबर है. सुप्रीम कोर्ट ने इसे एक बड़ी मानवीय और नैतिक चुनौती बताया है.
भारत में इच्छामृत्यु का कानून
भारत में कर्नाटक पहला राज्य है, जहां सम्मान के साथ मरने के अधिकार को लागू किया गया है. इसके तहत गंभीर और लाइलाज बीमारी से पीड़ित मरीजों या लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर निर्भर ऐसे लोगों को, जिनके ठीक होने की कोई वास्तविक उम्मीद नहीं है, गरिमा के साथ जीवन समाप्त करने का अधिकार दिया गया है. हालांकि, भारत में सक्रिय इच्छामृत्यु (Active Euthanasia) गैरकानूनी है, लेकिन निष्क्रिय इच्छामृत्यु (Passive Euthanasia) सीमित परिस्थितियों में कानूनी है, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने 'सम्मानपूर्वक मृत्यु के अधिकार' (Right to Die with Dignity) के तहत मान्यता दी है.
दुनिया के वो देश जहां यूथेनेसिया (इच्छामृत्यु) कानूनी है
ऑस्ट्रेलिया- यहां इसे Voluntary Assisted Dying (VAD) कहा जाता है. कई राज्यों में गंभीर और लाइलाज बीमारी से पीड़ित वयस्कों को सख्त नियमों के तहत इसकी अनुमति है.
बेल्जियम- 2002 से यहां यूथेनेशिया कानूनी है. असहनीय शारीरिक या मानसिक पीड़ा झेल रहे मरीज, जिनके ठीक होने की कोई उम्मीद नहीं, आवेदन कर सकते हैं.
कनाडा- यहां Medical Assistance in Dying (MAiD) 2016 से लागू है. कानून में 2021 में और बदलाव किए गए हैं.
नीदरलैंड- नीदरलैंड यूथेनेशिया को कानूनी मान्यता देने वाले पहले देशों में से एक है. यहां डॉक्टर की मदद से मृत्यु की अनुमति सख्त शर्तों के साथ दी जाती है.
स्पेन और पुर्तगाल- स्पेन ने 2021 में और पुर्तगाल ने हाल के वर्षों में लाइलाज बीमारियों में यूथेनेशिया को कानूनी दर्जा दिया.
न्यूजीलैंड- End of Life Choice Act के तहत छह महीने के भीतर मौत की आशंका वाले मरीज असिस्टेड डाइंग का विकल्प चुन सकते हैं.
कोलंबिया और इक्वाडोर- लैटिन अमेरिका में कोलंबिया और इक्वाडोर ऐसे देश हैं, जहां सम्मान के साथ मरने के अधिकार को कानूनी मान्यता मिली है.
वेजिटेटिव स्टेट (UWS) क्या होता है
वेजिटेटिव स्टेट, जिसे अब अनरिस्पोंसिव वेकफुलनेस सिंड्रोम (UWS) कहते हैं, एक बेहद गंभीर न्यूरोलॉजिकल स्थिति है. इसमें मरीज 'जागता' रहता है यानी उसकी आंखें खुली होती हैं, वह सांस लेता है और उसका सोने-जागने का चक्र चलता है. लेकिन सबसे बड़ी चुनौती यह है कि वह अपने या बाहरी दुनिया के बारे में जरा भी होश (Awareness) नहीं रखता. कोमा के विपरीत, आंखें खुली होने के बावजूद, मरीज जानबूझकर कोई प्रतिक्रिया या बातचीत नहीं कर पाता. यह स्थिति दिमाग की गंभीर चोट, जैसे एक्सीडेंट या ऑक्सीजन की कमी, से पैदा होती है. रिकवरी बहुत धीमी और अनिश्चित होती है
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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