Cough Syrup for Mucus: खांसी एक ऐसी परेशानी है, जो मौसम बदलते ही या जरा-सी सर्दी लगते ही हमें घेर लेती है. घर में जैसे ही किसी को खांसी शुरू होती है, सबसे पहले कफ सिरप की बोतल ढूंढी जाती है. कई लोग बिना डॉक्टर से पूछे ही मान लेते हैं कि कफ सिरप लेने से खांसी ठीक हो जाएगी और बलगम भी सूख जाएगा. लेकिन, क्या सच में ऐसा होता है? क्या हर तरह की खांसी में कफ सिरप लेना सही है? यही सवाल आज बहुत जरूरी हो गया है, क्योंकि गलत दवा लेने से बीमारी ठीक होने की बजाय बढ़ भी सकती है.
खांसी दरअसल शरीर की एक प्राकृतिक सुरक्षा प्रक्रिया है. जब गले या फेफड़ों में कोई बाहरी चीज, धूल, संक्रमण या ज्यादा बलगम जमा हो जाता है, तो शरीर उसे बाहर निकालने के लिए खांसी करता है. यानी खांसी अपने आप में बीमारी नहीं, बल्कि शरीर का अलार्म सिस्टम है. ऐसे में यह समझना जरूरी है कि खांसी सूखी है या बलगम वाली, क्योंकि इलाज दोनों का अलग-अलग होता है. आइए जानते हैं लंग ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ और मेदांता गुरुग्राम में चेयरमैन प्रोफेसर डॉ. अरविंद कुमार ने इसपर क्या कहा.
ये भी पढ़ें: नींद पूरी करने से ज्यादा जरूरी है सही समय पर सोना, जानिए देर रात तक जागने के नुकसान
सूखी खांसी और बलगम वाली खांसी में फर्क:
सूखी खांसी में गले में खराश, जलन या चुभन महसूस होती है, लेकिन बलगम नहीं निकलता. यह अक्सर एलर्जी, वायरल इंफेक्शन या प्रदूषण की वजह से होती है. वहीं बलगम वाली खांसी में छाती भारी लगती है और खांसने पर पीला, सफेद या हरा बलगम निकलता है. यह फेफड़ों या सांस की नली में संक्रमण का संकेत हो सकता है.
कफ सिरप क्या करता है?
कफ सिरप भी एक जैसा नहीं होता. कुछ सिरप खांसी को दबाने का काम करते हैं, जबकि कुछ बलगम को पतला करके बाहर निकालने में मदद करते हैं. यही वजह है कि हर खांसी में एक ही सिरप लेना सही नहीं होता.
एक्सपर्ट क्या कहते हैं?
लंग ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ और मेदांता गुरुग्राम में चेयरमैन प्रोफेसर डॉ. अरविंद कुमार के अनुसार, सूखी खांसी में कफ सिरप लेना ठीक हो सकता है, क्योंकि ऐसे सिरप खांसी के रिफ्लेक्स को शांत करते हैं. लेकिन, बलगम वाली खांसी में कफ सिरप लेना नुकसानदायक हो सकता है, खासकर वे सिरप जो खांसी को दबा देते हैं.
उनका कहना है कि जब शरीर बलगम बना रहा है, तो उसे बाहर निकलने देना ही सही तरीका है. बलगम अगर अंदर ही जमा रहेगा, तो वह इंफेक्शन को बढ़ा सकता है और सांस की तकलीफ भी पैदा कर सकता है. ऐसे में कफ सिरप लेकर बलगम को सूखाना या दबाना सही नहीं है.
बलगम को बाहर निकालना क्यों जरूरी है?
बलगम में बैक्टीरिया, वायरस और गंदगी फंसी होती है. अगर यह बाहर निकल जाए, तो फेफड़े साफ रहते हैं और रिकवरी जल्दी होती है. बलगम को रोक देने से छाती में जकड़न, सांस फूलना और लंबे समय तक खांसी रहने की समस्या हो सकती है.
ये भी पढ़ें: रोज नहाना चाहिए या नहीं? डेली शावर लेने के फायदे और नुकसान, जानें सेहत पर क्या असर होगा
बलगम वाली खांसी में क्या करें?
- गुनगुना पानी पिएं, इससे बलगम पतला होता है.
- भाप लें, यह सांस की नली खोलने में मदद करती है.
- डॉक्टर की सलाह से एक्सपेक्टोरेंट लें, जो बलगम को बाहर निकालने में मदद करते हैं.
- धूम्रपान और धुएं से दूरी रखें.
सूखी खांसी में क्या फायदेमंद है?
- डॉक्टर द्वारा सुझाया गया कफ सिरप लिया जा सकता है.
- गले को नम रखने के लिए पानी और गर्म पेय लें.
- एलर्जी या संक्रमण की वजह जानकर उसका इलाज करें.
हर खांसी एक जैसी नहीं होती और हर खांसी का इलाज भी एक जैसा नहीं होना चाहिए. यह मान लेना कि कफ सिरप लेने से हर बार बलगम सूख जाएगा और खांसी ठीक हो जाएगी, एक गलतफहमी है. खासकर बलगम वाली खांसी में बिना सोचे-समझे कफ सिरप लेना नुकसान पहुंचा सकता है. बेहतर यही है कि खांसी के प्रकार को पहचानें और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से सलाह लेकर ही दवा लें.
(यह लेख लंग ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ और मेदांता गुरुग्राम में चेयरमैन प्रोफेसर डॉ. अरविंद कुमार से बातचीत पर आधारित है)
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं