
अगर आप स्कूल में बायोलॉजी की क्लास ली होगी, तो उसमें आपको अमीबा के बारे में पढ़ाया होगा. वहीं आज हम आपको अमीबा की एक ऐसी प्रजाति के बारे में भी जानते हैं जिसे ब्रेन ईटिंग अमीबा (Brain-Eating Amoeba) के नाम से जाना जाता है. इसकी पहचान सबसे पहले 1965 में ऑस्ट्रेलिया में हुई थी और इसका साइंटिफिक नाम नेगलेरिया फाउलेरी (Naegleria Fowleri) है. ऐसे में आइए जानते हैं, इसके लक्षणों के बारे में और कैसे करें बचाव.
ब्रेन ईटिंग अमीबा कितना खतरनाक है (How dangerous is the brain-eating amoeba?)
ब्रेन ईटिंग अमीबा यानी दिमाग खाने वाला अमीबा जान के लिए खतरा है. ये शरीर में घुसकर दिमाग तक पहुंच जाता है. बता दें, ब्रेन ईटिंग अमीबा एक बेहद ही खतरनाक और दुर्लभ संक्रमण है. यह अमीबा गर्म मीठे पानी वाले क्षेत्रों या गंदे पानी में छिपा होता है और नाक के जरिए शरीर में घुसता है. जिसके बाद ब्रेन के अंदर घातक संक्रमण फैलता है, जिससे सूजन पैदा होती है और मस्तिष्क के ऊतक (Tissue) को खाने लगता है. इस स्थिति को मेडिकली प्राइमरी अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस (PAM) के नाम से जाना जाता है. संक्रमण के 15 दिन बाद इसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं.
क्या है PAM के लक्षण (What are the symptoms of PAM?)
PAM के कोई एक लक्षण नहीं होते. शुरुआत में यह वायरल मैनिंजाइटिस जैसा लग सकता है. इसके लक्षणों में मतली और उल्टी, भूख न लगना, बुखार शामिल है. इसी के साथ मन अच्छा नहीं रहता है, दौरे पड़ सकते हैं और संक्रमित व्यक्ति कोमा में जा सकता है.
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कैसे ब्रेन ईटिंग अमीबा लोगों पर करता है अटैक?(How does the brain-eating amoeba attack people?)
एक्सपर्ट के अनुसार, ब्रेन ईटिंग अमीबा बैक्टीरिया खाता है, लेकिन, एक बार जब ये इंसानों में प्रवेश कर जाते हैं, तो अमीबा दिमाग को अपना खाना बना लेता है. ये नाक के जरिए व्यक्ति के शरीर के भीतर प्रवेश करता है. इसलिए यह संक्रमण अक्सर डाइविंग, वाटर स्कीइंग और अन्य वाटर स्पोर्ट्स कर रहे लोगों को ज्यादा होने की संभावना रहती है.
ब्रेन ईटिंग अमीबा से होने वाले संक्रमण का इलाज (Treatment for brain-eating amoeba infection)
प्राइमरी अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस (PAM) संक्रमण के लिए एम्फोटेरिसिन बी (Amphotericin B) सबसे बेस्ट इलाज माना गया है.
ब्रेन ईटिंग अमीबा संक्रमण से कैसे बचें (How to avoid brain-eating amoeba infection)
- बिना नाक में प्लग लगाए, गर्म मीठे पानी में, खासकर शांत पानी में, तैरने और किसी भी तरह की स्पोर्ट्स एक्टिविटी को करने से बचें.
- नाक की नली साफ करने के किसी भी नल के पानी का इस्तेमाल न करें. केवल Sterilized पानी का ही इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है. वहीं, अगर आपको Sterilized पानी नहीं मिल रहा है, तो नल के पानी को एक मिनट तक उबालें और इस्तेमाल करने से पहले उसे ठंडा कर लें.
- पानी से कीटाणुओं को खत्म करने के लिए ‘NSF 53', ‘NSF 58', लेबल वाले फिल्टर का उपयोग करें.
- यदि गर्म ताजे पानी में नहाने या पीने के बाद आपको बुखार या सिरदर्द हो तो तुरंत अपने डॉक्टर को सूचित करें.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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