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This Article is From Dec 09, 2022

Bowel Cancer क्या है और किसे हो सकता है? जानें इसके लक्षण, कारण और बचाव के तरीके

Bowel Cancer: आंत्र का ये कैंसर सिर्फ आपकी आंतो को ही नहीं बल्कि इलाज में देरी होने पर यह शरीर के कई अन्य हिस्सों को भी करता है प्रभावित. जानें इसके होने का कारण, लक्षण और बचाव.

Bowel Cancer क्या है और किसे हो सकता है? जानें इसके लक्षण, कारण और बचाव के तरीके
Bowel Cancer Symptoms: शरीर के अन्य हिस्सों पर भी फैलता है यह कैंसर

Bowel Cancer: कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसका नाम सुनते ही लोग डर जाते हैं, अगर इस बीमारी का पता सही समय पर नहीं लगता है तो इससे लोगों की जान तक चली जाती है. कैंसर कई प्रकार के होते हैं उनमें से एक है बाउल कैंसर (Bowl Cancer) जिसे आंत्र कैंसर के नाम से भी जाना जाता है. बाउल कैंसर को कोलोरेक्टल कैंसर (colorectal cancer) के रूप में भी जानते हैं. किसी भी अन्य कैंसर की तरह आंत्र कैंसर तब होता है जब बड़ी आंत या बृहदान्त्र या मलाशय की रेखा वाली कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ती हैं और नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं.

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आंत का कैंसर हड्डियों में कब फैलता है? जानें बाउल कैंसर के वार्निंग साइन, कारण और जोखिम कारक

कैंसर कोई भी हो अगर सही समय पर पता लग गया तब तो उसका इलाज किया जा सकता है लेकिन इसके बारे में सही समय पर पता ना लग पाना ही इस रोग को और गंभीर बना देता है.  कई मामलों में तो फर्स्ट स्टेज में ही कैंसर का पता लग जाता है, लेकिन अमूमन इस बीमारी का पता लास्ट स्टेज में ही लग पाता है. क्योंकि यह पहले धीरे-धीरे से शरीर को प्रभावित करता है और इसके लक्षण बहुत ही सामान्य होते हैं और जब इसके लक्षण गंभीर रूप से दिखने लगते हैं और लोगों को कुछ समझ आता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है. बाउल कैंसर के शुरुआती लक्षण (Early Symptoms Of Bowel Cancer) पहचान कर इसका जल्द इलाज करने में मदद मिल सकती है. यहां बाउल के रिस्क फैक्टर के साथ इससे बचाव के उपाय भी बताए हैं जो आपको जरूर पता होने चाहिए.

शरीर के दूसरे अंगो को भी करता है प्रभावित (Affects other parts of the body ):

बता दें कि यह कैंसर आपके शरीर के दूसरे हिस्सों में भी फैल सकता है, अगर इसका समय पर इलाज नहीं किया गया तो आंत्र कैंसर जानलेवा साबित हो सकता है. इस बात की भी संभावना रहती है कि यह आपके लीवर, फेफड़े, मस्तिष्क और लिम्फ नोड्स को भी प्रभावित कर सकता है, इस स्थिति में इसे इसे एडवांस बाउल कैंसर कहते है.

बाउल कैंसर के शुरुआती लक्षण और संकेत (Bowel Cancer Signs And Symptoms):

बता दें कि आंत्र कैंसर आपकी हड्डियों में भी फैल सकता है जिससे हाइपरलकसीमिया हो सकता है. अगर यह कैंसर हड्डियों तक फैल जाता है तो, इससे हड्डियां कमजोर हो जाती हैं साथ में उनमें बहुत ज्यादा दर्द भी होता है और जरा सी चोट लगने पर फ्रैक्चर की संभावना और बढ़ जाती है. यदि आप इस रोग की चपेट में आ रहे होते हैं तो, ऐसा होने पर आपको शरीर में कुछ लक्षण नजर आएंगे जो इस प्रकार हैं:

  • थकान होना 
  • बीमार महसूस करना 
  • मतली आना
  • प्यास लगना 

हाइपरकैल्शीमिया के अन्य लक्षण ( Hypercalcemia Symptoms):

हाइपरलकसीमिया कैंसर होने के लक्षण दिखने का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि आप एडवांस आंत्र कैंसर से पीड़ित हैं. लेकिन आपको इस स्थिति से जुड़े सभी लक्षणों से के बारे में जानकारी होनी चाहिए, जो इस प्रकार है:

  • पेट की खराबी
  • उल्टी आना
  • कब्ज की समस्या
  • चिड़चिड़ापन और भ्रम होना
  • आंत्र कैंसर के शुरुआती लक्षण | Early Symptoms Of Bowel Cancer

जब इस कैंसर की शुरूआत होती है तो इसके लक्षण बहुत ही मामूली नजर आते हैं, जो इस प्रकार हैं:

  • मल त्याग की आदतों में लगातार बदलाव
  • बवासीर के अन्य लक्षणों के बिना मल में खून आना
  • पेट में दर्द, बेचैनी या बार-बार सूजन होना
  • कब्ज

आंत्र कैंसर का कारण  (Causes Of Bowel Cancer):

यह कैंसर क्यों होता है इस बात का अभी तक कोई सटीक कारण सामने नहीं आया है. लेकिन कुछ ऐसी चीजें जरूर हैं जिनकी वजह से आप खुद को इस कैंसर की चपेट में ला सकते हैं. एक अध्ययन में सामने आया कि इस कैंसर से पीड़ित 10 में से लगभग 9 लोगों की उम्र 60 साल या उससे ज्यादा है. इसकी एक वजह यह भी हो सकती है कि वो अपने खाने में कम फाइबर वाली चीजें और प्रोसेस्ड मीट का सेवन ज्यादा करते हैं. इसके अलावा ज्यादा वजन, खराब जीवनशैली, धूम्रपान, शराब पीना या घर में पहले से किसी को यह बीमारी होना इस कैंसर के होने की संभावना को और बढ़ा देता है. 

आंत्र कैंसर के रिस्क को कैसे कम करें? | How To Reduce The Risk Of Bowel Cancer?

इस कैंसर से बचने के लिए आप प्रोसेस्ड मीट को पूरी तरह से खाना बंद कर दें. इसके अलावा आप अपनी डाइट में फाइबर युक्त भोजन को शामिल करें इससे आपका पाचन सही रहेगा और कब्ज जैसी परेशानियों का सामना भी नहीं करना पड़ेगा. इसके अलावा अपने लाइफस्टाइल में भी बदलाव करें धूम्रपान और शराब जैसी चीजों को खुद को जितना हो सकता है दूर रखें.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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