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2024 में आए 5 सबसे बड़े बदलाव, जिन्होंने मेडिकल की दुनिया में क्रांति ला दी

2024 में हेल्थ और मेडिकल फील्ड में कई क्रांतिकारी बदलाव हुए. AI आधारित डायग्नोस्टिक्स, जीन एडिटिंग में प्रोग्रेस, नई वैक्सीन टैक्नीक और दुर्लभ बीमारियों के इलाज के लिए थेरैपीज डेवलप हुईं.

2024 में आए 5 सबसे बड़े बदलाव, जिन्होंने मेडिकल की दुनिया में क्रांति ला दी

Biggest 5 Trends Revolutionizing in 2024 : साल 2024 में मेडिकल की फील्ड ऐसी क्रांति देखने को मिली जो पहले कई नहीं हुई. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने सटीक डायग्नोसिस और इलाज में बहुत सपोर्ट किया. जीन एडिटिंग टेक्नीक्स, जैसे CRISPR, ने रेयर और जिनेटिक बीमारियों का इलाज सरल बनाया. इस टेक्नोलॉजी की मदद से नई बीमारियों के इलाज के लिए टीके बनाने की क्षमता बढ़ाई. हेल्थ फेसीलिटी को दूर-दूर तक पहुंचाया. टेक्नोलॉजी की मदद से कई कठिन ऑपरेशन्स को सरल और इफेक्टिव बनाया.

इसके साथ ही मेन्टल हेल्थ पर जागरूकता बढ़ी और देश दुनिया में सस्ती दवाएं लोगों तक आसानी से पहुंच पाई. ये बदलाव मानवता को एक नए युग में ले गए. तो चलिए जानते है 2024 में मेडिकल फील्ड में हुए कुछ ऐसे ही बड़े बदलावों के बारे में.


2024 में मेडिकल की फील्ड में आए 5 बड़े बदलाव (Biggest 5 Trends Revolutionizing in 2024)


1. हेल्थ केयर में जेनरेटिव एआई

हेल्थ केयर में जेनरेटिव एआई ने कई मुख्य बदलाव लाए हैं. यह टेक्नीक मेडिकल रिसर्च, डायग्नोसिस और पर्सनलाइज़्ड ट्रीटमेंट में क्रांति ला रही है. जेनरेटिव एआई का इस्तेमाल रोगियों के लिए कस्टमाइज्ड हेल्थ केयर सॉल्युशन, नई दवाओं की खोज और मेडिकल इमेजिंग में एक्यूरेसी बढ़ाने के लिए किया जा रहा है. यह डॉक्टरों को सटीक फैसले लेने में मदद करता है और हेल्थ केयर को ज्यादा असरदार और सुलभ बनाता है.

2. पर्सनलाइज्ड दवाइयां 

पर्सनलाइज्ड दवाइयां एडवांस्ड ट्रीटमेंट की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम हैं. इनका उद्देश्य हर पेशेंट के जेनेटिक प्रोफाइल, लाइफस्टाइल और मेडिकल हिस्ट्री को ध्यान में रखते हुए पर्सनलाइज्ड ट्रीटमेंट प्रदान करना है. जीनोमिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और बिग डेटा एनालिटिक्स के इस्तेमाल से मेडिसिन्स को पेशेंट की खास जरूरतों के अनुसार तैयार किया जा रहा है. इससे ट्रीटमेंट की एक्यूरेसी और इफेक्टिवनेस में बढ़ोत्तरी हो रही है.

पर्सनलाइज्ड दवाइयां सीरियस इलनेस जैसे कैंसर, डायबिटीज और हृदय रोगों के इलाज में नए क्राईटेरिया बना स्थापित कर रही हैं. यह टेक्नोलॉजी हेल्थ केयर में बेहतर रिजल्ट देने और साइड इफेक्ट्स को कम करने की दिशा में एक बड़ा बदलाव है.

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3. वर्चुअल हेल्थ केयर असिस्टेंस 

वर्चुअल हेल्थ केयर असिस्टेंस मॉडर्न हेल्थ सर्विस में एक उभरती हुई टेक्नोलॉजी है, जो रोगियों को तुरंत, एक्यूरेट और सुविधाजनक सहायता प्रदान करती है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग पर बेस्ड ये असिस्टेंट रोगियों के सवालों का जवाब देने, लक्षणों को पहचानने, डॉक्टर से अपॉइंटमेंट बुक करने और दवाओं की याद दिलाने जैसे कामों में मदद करते हैं. ये टेक्नीक टेलीमेडिसिन और दूर-दूर तक मेडिकल सर्विस को बढ़ावा देती है.

जिससे ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों (inaccessible areas) में रहने वाले लोगों को मेडिकल सर्विस आसानी से मिल सके. वर्चुअल हेल्थ असिस्टेंट, जैसे चैटबॉट्स और वॉयस असिस्टेंट, हेल्थ केयर में अपनी एफिशिएंसी बढ़ा रहे हैं, बल्कि डॉक्टरों और मरीजों दोनों का समय भी बचा रहे हैं. यह टेक्नीक हेल्थ सर्विसेज को ज्यादा सरल, अफोर्डेबल और इफेक्टिव बनाने में सहायक है.

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4. डिजिटल ट्विन्स 

डिजिटल ट्विन्स हेल्थ सर्विसस में एक इनोवेटिव टेक्नोलॉजी है, जो असली इंसान के शरीर का डिजिटल डमी तैयार करती है. यह टेक्नोलॉजी मरीजों की कठिन से कठिन हेल्थ सिचुएशन का एनालिसिस करने, एक्यूरेट डिग्नोसिस देने और पर्सनलाइज्ड इलाज डेवलप करने में सहायता करती है.

डिजिटल ट्विन्स का इस्तेमाल सर्जरी की स्कीम बनाने, दवाओं के असर की सिमुलेशन के जरिए जांच करने और रिस्क की संभावना का फोरकास्ट लगाने में किया जाता है. यह टेक्नोलॉजी डॉक्टरों को रोगी के शरीर की पूरी जानकारी देकर बेहतर फैसले लेने में मदद करती है. इसके अलावा, डिजिटल ट्विन्स का इस्तेमाल नई दवाओं और मेडिकल डिवाइस की टेस्टिंग में भी किया जा रहा है, जिससे रिसर्च और डेवलपमेंट प्रोसेस तेज और असरदार हो रही हैं.

5. प्रिवेंटिव हेल्थ केयर 

प्रिवेंटिव हेल्थ केयर एक ऐसा एप्रोच है जो बीमारियों को होने से पहले रोकने पर कॉन्सेंट्रेटेड है. इसमें रेगुलर हेल्थ चेकअप, टीकाकरण, हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने और रिस्क कंपाउंड की समय पर पहचान जैसे कदम शामिल हैं. यह मॉडल न केवल लोगों को गंभीर बीमारियों से बचाने में मदद करता है, बल्कि इलाज के खर्च को भी कम करता है.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल हेल्थ टूल्स जैसे फिटनेस ट्रैकर और हेल्थ ऐप्स, लोगों को उनकी हेल्थ सिचुएशन पर नजर रखने और समय पर कार्रवाई करने में सक्षम बनाते हैं. दिल की बीमारी, डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारियों को रोकने में प्रिवेंटिव हेल्थ केयर का मुख्य योगदान है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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