
रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, एक नया और बेहद संक्रामक कोविड-19 वैरिएंट, जिसने चीन भर में अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही थी, बता दें कि अब कोविड का वो वेरिएंट न्यूयॉर्क शहर सहित संयुक्त राज्य अमेरिका में भी पाया गया है.
NB.1.8.1 के रूप में पहचाने जाने वाले इस स्ट्रेन को पहली बार अमेरिका में मार्च के आखिर और अप्रैल की शुरुआत में कैलिफोर्निया, वाशिंगटन स्टेट, वर्जीनिया और न्यूयॉर्क के हवाई अड्डों पर आने वाले इंटरनेशनल पैसेंजर्स में रिपोर्ट किया गया था. उसके बाद से ओहियो, रोड आइलैंड और हवाई में भी इसके कई मामले सामने आए हैं.
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हालाँकि अमेरिका में पुष्टि किए गए मामलों की संख्या कम है, लेकिन एक्सपर्ट चीन और एशिया के कुछ हिस्सों में इस वैरिएंट के तेजी से फैलने को लेकर चिंता जता रहे हैं, जहाँ यह पहले से ही मेन स्ट्रेन बन चुका है. न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, हांगकांग में स्वास्थ्य अधिकारियों ने पिछले महीने कोविड से संबंधित अस्पताल में भर्ती होने और आपातकालीन कक्ष में जाने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी की सूचना दी है, जिसमें बुजुर्गों की संख्या ज्यादा थी.
रिपोर्ट के अनुसार, हांगकांग में सिर्फ चार हफ्तो में इस वैरिएंट से जुड़े 81 गंभीर मामले और 30 मौतें दर्ज की गईं - इनमें से ज़्यादातर 65 साल या उससे ज़्यादा उम्र के लोग थे. वहीं चीन में भी इस रोगियों की संख्या दोगुना से ज्यादा हो गई है और साथ ही अस्पताल में भी भर्ती होने वालों की संख्या में भी वृद्धि हुई है.
लगातार बढ़ते केसों के बावजूद, चीनी अधिकारियों ने वैरिएंट की गंभीरता को कम करके आंका है, और जोर देकर कहा है कि यह पिछले स्ट्रेन से ज़्यादा ख़तरनाक नहीं है.
हालाँकि, अमेरिका में स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसको लेकर बेहद सतर्क हैं. केस वेस्टर्न रिज़र्व यूनिवर्सिटी की डॉ. एमी एडवर्ड्स ने सीबीएस न्यूज को बताया कि हालाँकि NB.1.8.1 ज़्यादा गंभीर बीमारी का कारण नहीं बनता है, लेकिन यह पहले के वैरिएंट की तुलना में तेजी से फैल रहा है. उन्होंने कहा, "चीन, हांगकांग और अन्य जगहों पर अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि देखी जा रही है."
सी.डी.सी. के हवाई अड्डे की निगरानी में पाया गया कि वो यात्री जो हाल ही में चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड, फ्रांस, स्पेन, वियतनाम और ताइवान सहित कई देशों की यात्रा कर चुके हैं वो इस नए वैरिएंट को लेकर आ रहे हैं जो संभावित व्यापक वैश्विक प्रसार का संकेत देता है.
नए स्ट्रेन के लक्षण पिछले वेरिएंट के समान हैं - जिसमें खांसी, गले में खराश, बुखार और थकान शामिल हैं. हालांकि, नेवादा विश्वविद्यालय के डॉ. सुभाष वर्मा जैसे विशेषज्ञों का कहना है कि NB.1.8.1 में "ग्रोथ एडवांटेज" है, जो इसे ज्यादा संक्रामक बनाता है.
हांगकांग में सेंटर फॉर हेल्थ प्रोटेक्शन के प्रमुख डॉ. एडविन त्सुई ने कहा कि इस वैरिएंट को "हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए", उन्होंने चेतावनी दी कि यह मौजूदा वैक्सीन सुरक्षा से बचने में अधिक सक्षम हो सकता है. वहां के अधिकारी WHO की सिफारिशों का पालन करते हुए इसके विकास पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं
इस वैरिएंट का पता तब चला जब अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसियों ने COVID-19 वैक्सीन मार्गदर्शन में संशोधन किया. CDC ने घोषणा की कि वह अब स्वस्थ बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए नियमित टीकाकरण की अनुशंसा नहीं करेगा, और बूस्टर खुराक अब बुजुर्गों सहित हाई रिस्क ग्रुप को ही मिलेगी.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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