मध्य प्रदेश के सतना जिले के सबसे बड़े गवर्नमेंट हॉस्पिटल में एक बड़ी लापरवाही से सबके होश उड़े हुए हैं. सरदार वल्लभभाई पटेल गवर्नमेंट डिस्ट्रिक हॉस्पिटल में एक एचआईवी पॉजिटिव गर्भवती महिला का सिजेरियन ऑपरेशन कर दिया गया. मामला सिर्फ इतना ही नहीं है, इसी ऑपरेशन थियेटर में 8 और महिलाओं के भी ऑपरेशन भी कर दिए गए. जब इस बात का खुलासा हुआ तो तहलका मच गया. बताया जा रहा है कि सिविल सर्जन डॉ. केएल सूर्यवंशी और मेटरनिटी विंग के इंचार्ज डॉ. सुनील पांडेय से जानकारी तलब की गई है.
क्या है पूरा मामला?
रिपोर्ट्स की मानें तो, ये चूक केवल डिस्ट्रिक हॉस्पिटल लेवल पर नहीं हुई, बल्कि यह गलती खुद गर्ववती महिला के लेवल से शुरू होती है. जब महिला को डिलीवरी के लिए भर्ती कराया गया तो उसके पास चेकअप संबंधी कोई डॉक्यूमेंट था. इतना ही नहीं, बताया जा रहा है नहीं डॉक्टरों को महिला और उसके परिजनों ने नहीं बताया था कि गर्भवती महिला एचआईवी पॉजिटिव है.
बताया ये भी जा रहा है कि, जब गर्भवती महिला के कुछ जरूरी ब्लड टेस्ट कराए गए तो रीजनल डायग्नोस्टिक सेंटर की पैथोलॉजी लैब से रिपार्ट आई, लेकिन आईसीटीसी ने एचआईवी की टेस्ट रिपोर्ट समय पर नहीं दी. कॉम्पलीकेशन होने की वजह से लेडी डॉक्टर ने भी एचआईवी रिपोर्ट का इंतजार नहीं किया और सिजेरियन ऑपरेशन कर दिया.
क्या करना चाहिए था?
जानकारी के अभाव में उसी ऑपरेशन थियेटर में 8 और ऑपरेशन किए गए. जबकि एक सिजेरियन के बाद सारे औजारों को मशीन में डालकर इंफेक्शन-फ्री किया जाता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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