- हरियाणा क्राइम ब्रांच के सब-इंस्पेक्टर राजेश कुमार बिछड़े लोगों को उनके परिवार से मिलाने का काम कर रहे हैं
- पंचकूला में एक लावारिस व्यक्ति मिला जो न बोल सकता है और न सुन सकता है, जिससे उसकी पहचान मुश्किल है
- राजेश कुमार ने उस व्यक्ति की मदद के लिए सोशल मीडिया पर वीडियो संदेश जारी कर लोगों से पहचान कराने की अपील की
हरियाणा क्राइम ब्रांच के सब-इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिर्फ एक अफसर नहीं, बल्कि उन परिवारों के लिए उम्मीद की किरण हैं, जिनके बच्चे किसी वजह से उनसे बिछड़ गए. पिछले कई सालों से राजेश कुमार न सिर्फ खाकी का फर्ज निभा रहे बल्कि बिछड़े लोगों को उनके परिवार से मिलाने का काम कर रहे हैं. हाल ही में पंचकूला की सड़कों पर उन्हें एक लावारिस शख्स मिला, जो न बोल सकता है, न सुन सकता है. इसलिए उसके घरवालों के बारे में कुछ पता नहीं चल पा रहा है.
बिछड़ों को मिलाने की पहल
जो शख्स न बोल सकें और न ही सुन सके उसकी बेबसी और तकलीफ का अंदाजा भी लगाना नामुमकिन है. राजेश कुमार ने जब उसे देखा, तो तुरंत उसे सहारा दिया और उसकी मदद के लिए एक वीडियो संदेश जारी किया. वीडियो में राजेश कुमार उस शख्स के साथ नजर आ रहे हैं और लोगों से अपील कर रहे हैं कि अगर कोई उसको पहचानता है या उसके परिवार को जानता है, तो उनसे संपर्क करे. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक नंबर साझा किया है, जिस पर संपर्क किया जा सकता है.
हजारों को उनके परिवार से मिलाया
सब इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने सोशल मीडिया पर जारी अपने संदेश में कहा कि अगर आप कैमरे में दिख रहे इस शख्स को पहचानते हैं या इसके परिवार को जानते हैं, तो कृपया मेरी अपील को गंभीरता से लें और इस वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें, ताकि बिछड़े हुए शख्स को उसके परिवार से मिलवाया जा सकें. इससे पहले जुलाई में भी राजेश एक बच्चे को उसके परिवार से मिलाने के लिए अपील करते नजर आए थे. उन्होंने अभी तक करीब 1 हजार बिछड़े बच्चों को उनके परिवारवालों से मिलवाया है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं