प्रतीकात्मक फोटो.
नई दिल्ली:
उत्तराखंड और हरियाणा देश के खुले में शौच मुक्त राज्यों की सूची में शामिल हो गए हैं. गुरुवार को दोनों राज्यों ने खुद को खुले में शौच मुक्त राज्य के तौर पर घोषित किया. यह देश के चौथे और पांचवे नंबर के राज्य हैं जहां खुले में शौच समाप्त हो चुका है. इनसे पहले सिक्किम, हिमाचल प्रदेश और केरल खुले में शौच मुक्त राज्यों की श्रेणी में शामिल हो चुके हैं.
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण शुरू होने के ढाई साल के अंदर राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता का दायरा 42 फीसदी से बढ़कर 64 फीसदी से ज़्यादा हो गया है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा, "आज ये (स्वच्छता अभियान) वास्तव में जन आंदोलन बन चुका है. इस मील के पत्थर तक पहुंचने में ग्राम प्रधानों की अहम भूमिका रही है."
उत्तराखंड के 13 जिले और हरियाणा के सभी 21 जिले खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं. उत्तराखंड के 13 जिले, 95 ब्लॉक, 7256 ग्राम पंचायतें और 15751 गांव खुले में शौच से मुक्त हो गए हैं. हरियाणा में अब 21 जिलों के 124 ब्लॉक, 6083 ग्राम पंचायतें खुले में शौच से मुक्त हैं.
स्वच्छ भारत मिशन दो अक्टूबर 2014 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुरू किया था. इसके साथ ही अब देश के पांच राज्य, दो लाख से ज़्यादा गांव और कुल 147 जिले खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं.
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण शुरू होने के ढाई साल के अंदर राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता का दायरा 42 फीसदी से बढ़कर 64 फीसदी से ज़्यादा हो गया है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा, "आज ये (स्वच्छता अभियान) वास्तव में जन आंदोलन बन चुका है. इस मील के पत्थर तक पहुंचने में ग्राम प्रधानों की अहम भूमिका रही है."
उत्तराखंड के 13 जिले और हरियाणा के सभी 21 जिले खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं. उत्तराखंड के 13 जिले, 95 ब्लॉक, 7256 ग्राम पंचायतें और 15751 गांव खुले में शौच से मुक्त हो गए हैं. हरियाणा में अब 21 जिलों के 124 ब्लॉक, 6083 ग्राम पंचायतें खुले में शौच से मुक्त हैं.
स्वच्छ भारत मिशन दो अक्टूबर 2014 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुरू किया था. इसके साथ ही अब देश के पांच राज्य, दो लाख से ज़्यादा गांव और कुल 147 जिले खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं.
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