Vitamin B12 Deficiency: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में थकान, कमजोरी और मतली जैसी समस्याएं आम होती जा रही हैं. अक्सर लोग इसे गैस, एसिडिटी या खराब खानपान समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन कई बार इसके पीछे शरीर में किसी जरूरी विटामिन की कमी भी कारण हो सकती है. खासतौर पर विटामिन बी12 की कमी से मतली, उल्टी और पेट से जुड़ी परेशानियां शुरू हो सकती हैं. विज्ञान के मुताबिक, यह विटामिन शरीर के कई अहम कामों से जुड़ा होता है और इसकी कमी धीरे-धीरे गंभीर समस्याओं का रूप ले सकती है.
विटामिन बी12 शरीर के लिए बहुत जरूरी पोषक तत्व है. यह हमारे नर्वस सिस्टम, दिमाग, खून की कोशिकाओं और पाचन तंत्र को ठीक तरह से काम करने में मदद करता है. जब शरीर में इसकी मात्रा कम होने लगती है, तो सबसे पहले इसका असर पेट और दिमाग के तालमेल पर पड़ता है. इसी वजह से मतली, उल्टी, भूख न लगना और कभी-कभी दस्त जैसी शिकायतें शुरू हो जाती हैं.
विज्ञान के अनुसार, विटामिन बी12 की कमी से शरीर में रेड ब्लड सेल्स सही तरह से नहीं बन पातीं. इससे खून में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है. जब दिमाग और पेट को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती, तो शरीर भ्रमित संकेत देने लगता है. इसका नतीजा मतली, चक्कर और कमजोरी के रूप में सामने आता है. इसके अलावा, बी12 की कमी से नर्व्स कमजोर हो जाती हैं, जिससे दिमाग और पेट के बीच संदेश सही तरीके से नहीं पहुंच पाते. यही कारण है कि व्यक्ति को बिना किसी वजह के जी मिचलाने लगता है.
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एक और वजह यह भी है कि विटामिन बी12 की कमी से पाचन एंजाइम्स का संतुलन बिगड़ जाता है. इससे खाना सही तरह से पच नहीं पाता और पेट भारी रहने लगता है. कई लोगों को सुबह-सुबह ज्यादा मतली महसूस होती है, जबकि कुछ को दिनभर बेचैनी बनी रहती है. लंबे समय तक कमी बने रहने के चलते वजन कम होना, पेट की जलन, मुंह के छाले और याददाश्त कमजोर होने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं.
विटामिन बी12 की कमी होने पर क्या खाएं ( Vitamin B12 Deficiency)
विटामिन बी12 की कमी को पूरा करने के लिए सबसे जरूरी उपाय संतुलित आहार है. विटामिन बी12 का मुख्य स्रोत दूध, दही, पनीर, अंडा, मछली और मांस माने जाते हैं. जो लोग शाकाहारी हैं, उन्हें दूध और दूध से बनी चीजों को अपने खाने में जरूर शामिल करना चाहिए. इससे शरीर को धीरे-धीरे जरूरी मात्रा मिलने लगती है.
डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट लेना भी बेहतर उपाय है. कई बार सिर्फ खानपान से बी12 की कमी पूरी नहीं हो पाती, खासकर बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं या पेट से जुड़ी बीमारी वाले लोगों में. ऐसे मामलों में डॉक्टर टैबलेट, सिरप या इंजेक्शन के जरिए विटामिन बी12 देने की सलाह देते हैं. सही मात्रा में लिया गया सप्लीमेंट मतली और कमजोरी दोनों में राहत दे सकता है.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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