शिवरात्रि ( Mahashivratri 2023) के व्रत में केवल 1 दिन का समय बचा है.भक्तों के बीच श्रृद्धाभाव इतना होता है कि कई मंदिरों में रात से बाबा के दर्शन के लिए लाइन लग जाती है. भक्तजन भोलेबाबा को खुश करने के लिए इस दिन व्रत रखते हैं और सच्चे मन से उनकी पूजा अर्चना करते हैं. व्रत में फलाहारी भोजन किया जाता है. अब बात व्रत की हो रही है तो साबूदाना खिचड़ी( Sabudana Khichdi) को कैसे भूल सकते हैं. फलाहारी और खाने में लाजवाब कई लोग उपवास के दौरान इसका सेवन करते हैं. यह कम सामग्री के साथ बनने वाली बेहतरीन डिश है. आलू, जीरा, मूंगफली, आलू और टमाटर को डालकर बनी ये साबूदाना की खिचड़ी खाने में लजीज होती है. लेकिन इसको बनाना इतना आसान नही हैं. अगर इसको सही से पकाया नहीं गया या इसको भिगोते वक्त कोई गलती की गई तो इसका टेक्सचर और स्वाद खराब हो जाता है. अगर आप भी इसको बनाने में इसी तरह की समस्या से जूझते हैं और लाख कोशिशों के बाद भी आपकी खिचड़ी चिपचिपी बनती है तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं खिली-खिली साबूदाना खिचड़ी ( Sabudana Khichdi) बनाने का भरोसेमंद नुस्खा.तो, बिना किसी देरी के, आइए आपको साबूदाना खिचड़ी के लिए आसान और असरदार कुकिंग हैक्स के बारे में बताते हैं.
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खिली-खिली साबूदाना खिचड़ी बनाने के 7 तरीके ( 7 Ways to Make Tasty Sabudana Khichdi):
1. साबूदाना को अच्छी तरह से भिगो दें
साबूदाना खिचड़ी बनाने का सबसे पहला चरण होता है उसको भिगोना. साबूदाने को सही तरीके से भिगोना सबसे जरूरी होता है. साबूदाना को थोडे से पानी में धोकर 4-5 घंटे के लिए भिगो कर रख दीजिए. फिर इसका बचा हुआ पानी निकाल दें और और साबूदाना को 15-20 मिनट के लिए छलनी में ही रहने दें ताकि इसका बचा हुआ पानी भी पूरी तरह से निकल जाए.
2. साबूदाना की सही किस्म चुनें
बाजार में आमतौर पर दो तरह के साबूदाने मिलते हैं - एक में छोटे मोती और दूसरे में बड़े मोती होते हैं. बड़े साबूदाने के दाने पकने में अधिक समय लेते हैं और इनके चिपचिपे होने की संभावना कम होती है. इसलिए, डिश को चिपचिपा होने से बचाने के लिए हमेशा बड़े साबूदाने को चुने.
3. खाना बनाते समय घी का प्रयोग करें
साबूदाना पकाते समय घी का इस्तेमाल करें यह साबूदाना को आपस में चिपकने से बचाता है. दरअसल घी का स्मोक पॉइंट अधिक होता है और यह आसानी से जलता नहीं है, जो खाना पकाने में भी मदद करता है.
4. धीमी आंच पर पकाएं
साबूदाने की खिचड़ी को धीमी आंच पर ही पकाना चाहिए ताकि वह अच्छे से पके. धीमी आँच पर पकाने से यह सुनिश्चित होता है कि साबूदाना समान रूप से पकते हैं और आपस में चिपकते भी नही है.
5. नॉन-स्टिक पैन का इस्तेमाल करें
नॉन-स्टिक पैन का उपयोग करने से साबूदाना को नीचे से चिपकने से रोकने में मदद मिल सकती है, और इसे जलने से भी रोका जा सकता है. यदि आपके पास नॉन-स्टिक पैन नहीं है, तो सुनिश्चित करें कि आप खिचड़ी को चिपकने से रोकने के लिए थोड़ी-थोड़ी देर में चलाते रहें.
6. खिचड़ी को ज्यादा न पकाएं
साबूदाना को ज्यादा पकाने से यह चिपचिपा भी हो सकता है, इसलिए इसे पकाते समय इस बात का ध्यान रखें और बीच-बीच में चेक करते रहें. साबूदाना को ज्यादा पकाने से डिश चिपचिपी हो जाती है.
7. आलू और भुनी हुई मूंगफली डालें
साबूदाना पकाते समय थोड़ी मात्रा में आलू डालने से यह चिपचिपा होने से बच जाता है. आलू का स्टार्च अतिरिक्त नमी को सोख लेता है दूसरी तरफ, भुनी हुई मूंगफली का तेल साबूदाने के दानों पर लग जाता है और उन्हें आपस में चिपकने से रोकता है.
तो आप भी इस बार व्रत में इस तरीके से साबूदाना खिचड़ी बनाएं और हमें बताएं कि आपका अनुभव कैसा रहा. साबूदाना खिचड़ी की रेसिपी जानने के लिए यहां क्लिक करें.
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