
खिला-खिला बैंगनी रंग का चमकता फूल, जो अपनी भीनी-भीनी खूशबू से न केवल घर के माहौल को सकारात्मक बना देता है, बल्कि इसकी खूबसूरती मन मोह लेती है. जी हां! हम बात कर रहे हैं भगवान श्री कृष्ण को प्रिय कृष्ण कमल के बारे में जो औषधीय गुणों से भरपूर होने की वजह से आयुर्वेद में काफी महत्व रखता है. कृष्ण कमल को अंग्रेजी में पैशन फ्लावर के नाम से जाना जाता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 120वें एपिसोड में कृष्ण कमल का जिक्र किया. उन्होंने कहा, “मैं आपको शानदार फूल के बारे में बताना चाहता हूं और इसका नाम है ‘कृष्ण कमल'. क्या आप गुजरात के एकता नगर में 'स्टेचू ऑफ यूनिटी' को देखने गए हैं? स्टेचू ऑफ यूनिटी के आसपास आपको ये कृष्ण कमल बड़ी संख्या में दिखेंगे. ये फूल पर्यटकों का मन मोह लेते हैं. ये कृष्ण कमल एकता नगर के आरोग्य वन, एकता नर्सरी, विश्व वन में आकर्षण का केंद्र बन चुके हैं. यहां योजनाबद्ध तरीके से लाखों की संख्या में कृष्ण कमल के पौधे लगाए गए हैं. आप भी अपने आसपास देखेंगे तो आपको फूलों की दिलचस्प यात्राएं दिखेंगी.”
ऐसे में अब आप सोच रहे होंगे कि ये कृष्ण कमल क्या है? और इसका क्या महत्व है? तो बता दें कि धर्म के साथ ही आयुर्वेद में भी इसका काफी महत्व है. कृष्ण कमल को बारीकी से समझने में आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉक्टर प्रमोद तिवारी ने मदद की.
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आयुर्वेद में कृष्ण कमल के महत्व को जानने से पहले बता दें कि धर्म में भी इसका खासा महत्व है. कृष्ण कमल भगवान कृष्ण को अति प्रिय है और इसका उल्लेख महाभारत में भी मिलता है. मान्यता है कि यह फूल श्री कृष्ण के साथ ही ब्रह्मा, विष्णु और महेश को भी अति प्रिय है. ऐसे में मन को तरोताजा कर देने वाले इस फूल को भला आयुर्वेद में कैसे स्थान नहीं मिलता. इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो मानव शरीर के लिए वरदान कहे जा सकते हैं.
कृष्ण कमल के औषधीय गुणों से पंजाब स्थित बाबे के आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के बीएएमएस, एमडी डॉक्टर प्रमोद आनंद तिवारी ने अवगत कराया. उन्होंने बताया कि औषधीय गुणों से भरपूर कृष्ण कमल के सेवन से न केवल मन को शांति मिलती है बल्कि इसके सेवन से कई रोग छूमंतर हो जाते हैं. डॉक्टर ने कहा, “कृष्ण कमल का उपयोग चाय के रूप में किया जा सकता है, जो काफी फायदेमंद हो सकता है. यदि आपको अनिद्रा की शिकायत है, मानसिक चिंता है तो कृष्ण कमल इन परेशानियों से निकलने में आपकी मदद कर सकता है.”
कैसे करें कृष्ण कमल का सेवन
डॉक्टर ने बताया कि इसका सेवन भी आसान है. उन्होंने बताया, "आपको इसे चाय की तैयारी करने के लिए एक चम्मच सूखे फूल के पाउडर को एक कप पानी में उबालकर 5-10 मिनट के लिए छोड़ देना है. इसके बाद इसे छानकर गुनगुना सेवन कर लीजिए. इसे दिन में 2 से 3 बार ले सकते हैं. अनिद्रा या तनाव से जूझ रहे लोग बिस्तर पर जाने से पहले इसका सेवन कर सकते हैं."
डॉक्टर तिवारी ने बताया कि कृष्ण कमल न केवल अनिद्रा, तनाव में फायदेमंद है बल्कि यह उच्च रक्तचाप, मधूमेह और पेशाब में होने वाली जलन समेत अन्य कई शारीरिक समस्याओं से छुटकारा दिलाने में सक्षम होता है.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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