
Kidney Stone: किडनी स्टोन का दर्द जो इंसान एक बार झेल ले वह जिंदगी भर इसको नहीं भूलता है. और अगर यह एक बार हो गया तो इसके बार-बार होने का खतरा भी हमेशा बना रहता है. लेकिन अगर आप कुछ खास चीजें खाएंगे तो ना सिर्फ गुर्दे की पथरी टूट कर निकलना आसान हो जाएगा बल्कि इसके दोबारा होने के चांसेस भी काफी कम हो जाएंगे. तो आज हम जानेंगे आठ ऐसी चीजों के बारे में जो कि किडनी स्टोंस को तोड़ती हैं और दोबारा होने के रिस्क को कम करती हैं. डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया है वो 8 चीजें जो किडनी में स्टोन को जड़ से खत्म करने में मदद कर सकते हैं.
किडनी स्टोंस को खत्म करने में मदद करती हैं ये चीजें
सबसे पहले बात करते हैं उन फूड्स की जो कि किडनी स्टोंस को तोड़ने में और इसको बार-बार होने के रिस्क को कम करने में मदद करते हैं.
नींबू
नींबू पानी का सेवन किडनी स्टोन की समस्या में फायदेमंद साबित होता है. नींबू में सिट्रेट होता है. ये एक ऐसा नेचुरल कंपाउंड जो कैल्शियम के साथ बाइंड करके स्टोन बनने से रोकता है. और अगर पथरी पहले से बनी हुई है तो उसके साइज को बढ़ने नहीं देता. दरअसल नींबू का सिट्रेट कैल्शियम स्टोंस को जो कि सबसे कॉमनली देखे जाने वाले स्टोंस हैं इन्हें छोटे टुकड़ों में तोड़ता है और उन्हें यूरिन के रास्ते बाहर निकालने में मदद करता है. रोज सुबह खाली पेट एक गिलास गर्म पानी में आधा नींबू निचोड़ कर पिए. अगर चाहें तो इसे दिन में आप दो से तीन बार रिपीट भी कर सकते हैं. लेकिन इसमें चीनी आप मत डालिएगा. चाहे तो हल्का सा काला नमक या सेंधा नमक मिला सकते हैं. लेकिन चीनी मिलाकर अगर इसे लेंगे तो आपको कोई फायदा नहीं होगा.
तुलसी का जूस
तुलसी को आयुर्वेद में मूत्र विरेचक कहा जाता है, यानी पेशाब लाने वाली दवा माना जाता है. तुलसी में एसिटिक एसिड होता है जो कि स्टोन फॉर्मिंग मिनरल्स जैसे कि यूरिक एसिड और कैल्शियम ऑक्सिलेट को ब्रेक करता है. बस थोड़ा से फ्रेश तुलसी के पत्ते लेकर इन्हें आप क्रश कर लीजिए और इन्हें एक गिलास पानी में डालकर कुछ देर लो फ्लेम पर उबाल लीजिए. इसके बाद इसे छानकर आप चाय की तरह पी सकते हैं. यह रेमेडी आप रोजाना 15 दिन तक लें और फिर एक हफ्ते का ब्रेक दें और फिर दोबारा से इसको चालू कर दें. इससे भी आपको किडनी स्टोन में बहुत फायदा मिलेगा.
अनार का जूस
अनार किडनी के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इसमें पोटेशियम, विटामिन सी और स्ट्रांग एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो कि किडनी के फिल्ट्रेशन फंक्शन को बेहतर बनाते हैं. रोजाना सुबह 11:00 से 12:00 बजे के बीच या फिर शाम को 4:00 बजे के आसपास एक गिलास फ्रेश अनार का जूस पीना बिना चीनी या बिना नमक के आपके लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होगा. लेकिन पैकेज्ड अनार का जूस आपको नहीं लेना है क्योंकि उनमें शुगर और प्रिजर्वेटिव्स होते हैं जो कि किडनी के लिए नुकसानदेह हो सकते हैं.
नारियल पानी
ये एक नेचुरल इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक है जिसमें सोडियम लो होता है और पोटेशियम हाई. ये बॉडी को हाइड्रेट करता है और कैल्शियम और यूरिक एसिड जैसे स्टोन फॉर्मिंग चीजों को यूरिन के जरिए बाहर निकालता है. इसलिए अगर आपको किडनी स्टोंस हैं या फिर बार-बार बनते रहते हैं तो रोज सुबह या दोपहर में एक गिलास फ्रेश नारियल पानी पीना आपके लिए एक अच्छी आदत है.
दही
अब यह एक शॉकिंग सी चीज है क्योंकि दही में कैल्शियम होता है और लोग सोचते हैं कि कैल्शियम फूड्स से स्टोन ज्यादा बनते हैं जो कि एक्चुअल में गलत है. असल में जब कैल्शियम डाइट से मिलता है तो वो ऑक्सिलेट्स को इंटेस्टाइन में ही बाइंड कर लेता है. अगर आप कैल्शियम कम लेंगे तो ज्यादा ऑक्सिलेट्स आपकी बॉडी में अब्सॉर्ब होंगे जो कि स्टोन बनाएंगे. तो रोजाना एक कटोरी दही लंच के साथ या फिर ब्रेकफास्ट में आप लीजिए एंड मेक श्योर कि यह प्लेन दही है विदाउट एनी फ्लेवर्स और इसमें चीनी भी मिली हुई नहीं होनी चाहिए.
जौ का पानी
जौ एक डायरेटिक है जो कि किडनी के फिल्टर्स को एक्टिव रखता है. ब्लैडर को साफ करता है और इनफेक्शन के रिस्क को भी कम करता है. बस दो चम्मच जौ को डेढ़ से दो गिलास पानी में 15 मिनट तक उबालिए और छानकर ठंडा करके दिन में एक बार आप जरूर पीजिए. अगर आपको अभी किडनी में स्टोन फंसा हुआ है तो आप इसे रोजाना लीजिए और अगर प्रिवेंशन के लिए आप इसको ले रहे हैं तो हफ्ते में दो से तीन बार लेना ही आपके लिए काफी होता है.
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खीरा
खीरे में 95% तक पानी होता है और साथ में पोटेशियम और थोड़ा सा मैग्नीशियम भी होता है और यह कॉम्बो किडनी के लिए बहुत फायदेमंद है. खीरा यूरिन आउटपुट को बढ़ाता है और स्टोंस को फ्लश करने में आपकी हेल्प करता है. बस लंच या डिनर में एक पूरा खीरा सलाद के रूप में आप खाइए या फिर दिन में 11:00 बजे के आसपास आप एक पूरा बड़ा कटोरा भर के इसकी सलाद अलग से खाइए. यह आपको बहुत फायदा करेगा. लेकिन इसमें नमक ना डालें बल्कि इसकी जगह थोड़ा सा काला नमक और नींबू का रस आप चाहे तो मिला सकते हैं.
फूलगोभी
फूल गोभी लो ऑक्सिलेट वाली सब्जी है. लेकिन इसमें हाई फाइबर, विटामिन सी और डिटॉक्सिफाइंग कंपाउंड्स होते हैं. इसलिए हफ्ते में दो से तीन बार इसे आप सब्जी, सूप या फिर स्टिर फ्राइड वेजिटेबल्स के रूप में खा सकते हैं.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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