Happy Mahashivratri 2021: आज देशभर में महाशिवरात्रि का महापर्व मनाया जा रहा है. हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का खास महत्व है. इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है. हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि पड़ती है. हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है. माना जाता है कि शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से भगवान शिव का आर्शीवाद मिलता है. महाशिवरात्रि का शाब्दिक अर्थ 'शिव की महान रात' है. महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व होता है. इस दिन लोग उपवास करते हैं. लोग महाशिवरात्रि व्रत का पालन करते हैं. मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पू्र्ण होती हैं. शिवरात्रि में कई लोग 'निर्जला' व्रत रखते हैं. जिसमें दिन में पानी या भोजन का सेवन नहीं किया जाता है. हालांकि, कई लोग उपवास के इस कठिन रूप को नहीं खींच सकते हैं, इसलिए अधिकांश भक्त उपवास का पालन फल, दूध और कुछ सब्जियां और गैर-अनाज वाली चीजें को खाकर कर सकते हैं. तो चलिए आज हम आपको बताते हैं ऐसी रेसिपी के बारे में जिसे आप शिवरात्रि व्रत के दौरान खा सकते हैं.
महाशिवरात्रि स्पेशल मखाना खीर रेसिपीः
शिवरात्रि में अधिकांश भक्त उपवास का पालन फल, दूध और कुछ सब्जियां और गैर-अनाज वाली चीजें को खाकर कर सकते हैं. भारतीय डिज़र्ट में खीर खूब पसंद की जाती है, जब भी किसी घर में कोई खुशी का मौका होता है तो जल्दी से खीर बना ली जाती है. आज हम जिस मखाना खीर की रेसिपी बताने जा रहे हैं. उसे आप शिवरात्रि व्रत में बना के खा सकते हैं. मखाना उन खाद्य सामग्रियों में शामिल है जिन्हें आप व्रत के दौरान बना कर खा सकते हैं. व्रत के दौरान सात्विक भोजन खाया जाता है. मखाना खीर की यह रेसिपी एक हेल्दी ऑप्शन है जिसे आप व्रत के दौरान खा सकते हैं रेसिपी के लिए यहां क्लिक करें.
मखाना उन खाद्य सामग्रियों में शामिल है जिन्हें आप व्रत के दौरान बना कर खा सकते हैं.
महाशिवरात्रि की पूजा विधिः
महाशिवरात्रि के दिन प्रातःकाल उठकर स्नान करके एक वेदी पर कलश की स्थापना कर गौरी शंकर की मूर्ति या चित्र रखें. कलश को जल से भरकर रोली, मौली, अक्षत, पान सुपारी ,लौंग, इलायची, चंदन, दूध, दही, घी, शहद, कमलगटटा्, धतूरा, बिल्व पत्र, कनेर आदि अर्पित करें और शिव की आरती पढ़ें.
महाशिवरात्रि पूजा सामग्रीः
महाशिवरात्रि की पूजा में बेलपत्र, भांग, धतूरा, गाय का कच्चा दूध, चंदन, रोली, कपूर, केसर, दही, घी, मौली, अक्षत (चावल), शहद, शक्कर, पांव प्रकार के मौसमी फल, गंगा जल, जनेऊ, वस्त्र, इत्र, कुमकुम, कमलगटटा्, कनेर पुष्प, फूलों की माला, खस, शमी का पत्र, लौंग, सुपारी, पान, रत्न, आभूषण, परिमल द्रव्य, इलायची, धूप, शुद्ध जल, कलश आदि.
महाशिवरात्रि पूजा मुहूर्तः
चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ: 11 मार्च को दोपहर 02 बजकर 39 मिनट
चतुर्दशी तिथि समाप्त: 12 माच को दोपहर 03 बजकर 02 मिनट
निशिता काल: 11 मार्च को प्रात: 12 बजकर 06 मिनट से प्रात: 12 बजकर 55 मिनट तक.
महाशिवरात्रि पारणा मुहूर्त: 12 मार्च को प्रात: 06 बजकर 36 मिनट से दोपहर 3 बजकर 04 मिनट तक.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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