Ganesh Chaturthi Special Bhog: हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी का विशेष महत्व है. पूरे देश में गणेश चतुर्थी को बड़े धूम-धाम से मनाया जाता है. श्री गणेश प्रथम पूज्य भगवान हैं. हर शुभ काम में सबसे पहले गणेश जी पूजा करते हैं. आज 10 सितंबर से गणेश जी का 10 दिन तक मनाया जाने वाला पर्व शुरू हो गया है. इस दिन भगवान गणेश विराजेंगे और 19 सितंबर यानी अनंत चतुर्दशी के दिन उन्हें विदा किया जाएगा. गणेश चतुर्थी पर भगवान की भव्य मूर्तियों के साथ पंडाल भी स्थापित किए जाते हैं. मिठाई की दुकानों पे काउंटरों पर विभिन्न प्रकार के मोदक, बर्फी और लड्डू रखे जाते हैं. माना जाता है कि भगवान गणेश की कृपा से सुख-शांति और सौभाग्य की प्राप्ति होती है. गणेश जी का पूजन करते समय दूब, घास, गन्ना और तरह-तरह के पकवानों का भोग लगाया जाता है. खासतौर पर मोदक का. लेकिन बप्पा को सिर्फ मोदक ही नहीं बल्कि कई और ऐसी चीजें जिनका भोग लगाया जाता है. आज हम आपको ऐसी ही एक रेसिपी के बारे में बताते हैं.
गणेश चतुर्थी स्पेशल श्रीखंडः
श्रीखंड एक इंडियन स्वीट है जिसे दही से बनाया जाता है, और ये महाराष्ट्र और गुजरात में सबसे ज्यादा लोकप्रिय है. यह चंकी नट्स और किशमिश के साथ सबसे ऊपर है. इसे गणेश चतुर्थी पर बना सकते हैं. इसे मठो नाम से भी जाना जाता है. श्रीखंड खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होता है. इसे गणेश चतुर्थी, पूजा में खासतौर पर बनाया जाता है. इसे बनाना काफी आसान है. इसे बनाने के लिए दही, चीनी पाउडर, इलाइची पाउडर आदि की आवश्यकता होती है. श्रीखंड को बनाने के लिए सबसे पहले कम से कम 1 घंटे के लिए दही को एक मलमल के कपड़े बांधकर लटका दें ताकि इसका पानी निकल जाएं. फिर दही का पानी निकलने के बाद इसमें चीनी और इलायची पाउडर डालकर अच्छे से मिलाएं. इसे तब तक फेंट जब तक यह स्मूद न हो जाए. इसे सेट और ठंडा होने के लिए 2 से 3 घंटे के लिए फ्रिज में रखें उसके बाद इसे सर्व करें.
श्री गणेश प्रथम पूज्य भगवान हैं. हर शुभ काम में सबसे पहले गणेश जी पूजा करते हैं.
पूजन विधिः
गणेश चतुर्थी के दिन लोगों को जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए, फिर घर में मंदिर की सफाई करनी चाहिए. फिर 'दूर्वा घास', 'लड्डू' और 'मोदक' भगवान गणेश को अर्पित करना चाहिए. भगवान गणेश की पूजा करने के लिए उनकी मूर्ति, पानी का बर्तन, 'पंचामृत', लाल कपड़ा, 'रोली', 'अक्षत', 'कलावा जनेऊ', इलायची, नारियल, 'चंडी का वर्क', 'सुपारी', 'लौंग', पंचमेवा, 'घी' पूजा को पूरा करने के लिए कपूर आदि की आवश्यकता होती है.
पूजन का शुभ मुहूर्तः
गणेश चतुर्थी के दिन पूजन का शुभ मुहूर्त 12 बजकर 17 मिनट से रात 10 बजे तक है.
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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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