जेल से छुटने के बाद संजय दत्त
मुंबई:
संजय दत्त जेल से सज़ा काट कर वापस आ गए हैं। जीवन के कई उतार-चढ़ाव के बाद ये संजय दत्त की एक और नई पारी है जिसे वो जेल से आने के बाद शुरू करेंगे।
वैसे देखा जाए तो जेल में होते ही कई ऑफर्स की खबरें आई मगर फ़िल्म विशेषज्ञ विकास मोहन का मानना है कि अब संजय दत्त के लिए नई पारी में चरित्र अभिनेता का दरवाज़ा खुला है। विकास मोहन कहते हैं कि "संजय दत्त की आयु अब हीरो बनने की निकल चुकी है। साथ ही आज के दर्शकों के बीच उनकी फिल्मों के लिए वैसी दीवानगी नहीं रही इसलिए संजय दत्त के लिए सबसे बेहतर यही होगा की अपनी इस नई पारी में वो बतौर चरित्र अभिनेता बनकर दर्शकों के बीच आएं"।
जब संजय दत्त जेल जा रहे थे तब ये भी कहा जा रहा था कि बॉलीवुड का बड़ा नुकसान है संजू को जेल जाने से मगर ऐसा नहीं देखने को मिला। विकास मोहन कहते हैं कि "संजय दत्त कि बॉक्स ऑफिस पर ऐसी पकड़ नहीं बची थी जिसकी वजह से बॉलीवुड का कोई नुकसान हुआ हो। ये नगरी हमेशा चलती रहती है। यहां तू नहीं और सही की कहावत चलती है"।
विकास मोहन आगे कहते हैं कि "संजय दत्त के साथ उनके गिने चुने मित्र ही कुछ फ़िल्म बनाएंगे या फिर कुछ ऐसे निर्माता उनके पास अपनी फ़िल्म का ऑफर लेकर जाएंगे जिन्हें किसी बड़े नाम का सहारा लेकर प्रपोजल बनाना होगा"।
संजय दत्त अपने प्रोडक्शन हाउस को भी ज़िंदा करना चाहते हैं जिसकी देखरेख उनकी पत्नी मान्यता दत्त कर रही हैं। इस प्रोडक्शन हाउस में नए कलाकारों को लेकर एक फ़िल्म बनाई जा चुकी है जो अभी रिलीज़ नहीं हुई है। विकास मोहन कहते हैं कि "संजय दत्त के पास एक और अच्छा रास्ता है कि वो अच्छे निर्माता बने और अपने पिता सुनील सुत्त द्वारा बनाये गए प्रोडक्शन हाउस अजंता आर्ट्स को दोबारा खड़ा करें और अच्छी अच्छी फिल्में बनाएं"।
वैसे देखा जाए तो जेल में होते ही कई ऑफर्स की खबरें आई मगर फ़िल्म विशेषज्ञ विकास मोहन का मानना है कि अब संजय दत्त के लिए नई पारी में चरित्र अभिनेता का दरवाज़ा खुला है। विकास मोहन कहते हैं कि "संजय दत्त की आयु अब हीरो बनने की निकल चुकी है। साथ ही आज के दर्शकों के बीच उनकी फिल्मों के लिए वैसी दीवानगी नहीं रही इसलिए संजय दत्त के लिए सबसे बेहतर यही होगा की अपनी इस नई पारी में वो बतौर चरित्र अभिनेता बनकर दर्शकों के बीच आएं"।
जब संजय दत्त जेल जा रहे थे तब ये भी कहा जा रहा था कि बॉलीवुड का बड़ा नुकसान है संजू को जेल जाने से मगर ऐसा नहीं देखने को मिला। विकास मोहन कहते हैं कि "संजय दत्त कि बॉक्स ऑफिस पर ऐसी पकड़ नहीं बची थी जिसकी वजह से बॉलीवुड का कोई नुकसान हुआ हो। ये नगरी हमेशा चलती रहती है। यहां तू नहीं और सही की कहावत चलती है"।
विकास मोहन आगे कहते हैं कि "संजय दत्त के साथ उनके गिने चुने मित्र ही कुछ फ़िल्म बनाएंगे या फिर कुछ ऐसे निर्माता उनके पास अपनी फ़िल्म का ऑफर लेकर जाएंगे जिन्हें किसी बड़े नाम का सहारा लेकर प्रपोजल बनाना होगा"।
संजय दत्त अपने प्रोडक्शन हाउस को भी ज़िंदा करना चाहते हैं जिसकी देखरेख उनकी पत्नी मान्यता दत्त कर रही हैं। इस प्रोडक्शन हाउस में नए कलाकारों को लेकर एक फ़िल्म बनाई जा चुकी है जो अभी रिलीज़ नहीं हुई है। विकास मोहन कहते हैं कि "संजय दत्त के पास एक और अच्छा रास्ता है कि वो अच्छे निर्माता बने और अपने पिता सुनील सुत्त द्वारा बनाये गए प्रोडक्शन हाउस अजंता आर्ट्स को दोबारा खड़ा करें और अच्छी अच्छी फिल्में बनाएं"।
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