नई दिल्ली:
हिंदी सिनेमा के 'शोमैन' कहे जाने वाले मशहूर अभिनेता राज कपूर की आज 29वीं बरसी है. इस मौके पर उनके बेटे ऋषि कपूर ने अपने पिता को याद करते हुए एक इमोशनल ट्वीट किया है. ऋषि लिखते हैं, 'पापा को दुनिया से अलविदा कहे आज 29 साल बीत चुके हैं. पर हम तुम्हारे रहेंगे सदा." इस ट्वीट में ऋषि ने पिता की फिल्म के गाने की पंक्ति लिखी है. राज कपूर की प्रमुख फिल्म 'मेरा नाम जोकर' के प्रसिद्ध गीत 'जीना यहां मरना यहां' में 'पर हम तुम्हारे रहेंगे सदा' पंक्ति है. बताते चलें कि, राज कपूर का निधन 2 जून, 1988 को 63 साल की उम्र में हुआ था.
ऋषि अपने पिता राज कपूर के बेहद करीब रहे हैं. अक्सर में सोशल मीडिया पर पिता को याद करते रहते हैं. 2017 की शुरुआत में ऋषि कपूर की बायोग्राफी 'खुल्लम खुल्ला: ऋषि कपूर अनसेंसर्ड' रिलीज हुई थी. इस किताब में ऋषि ने अपने पिता राज कपूर के अफेयर्स को लेकर भी खुलासे किए थे.
बायोग्राफी में ऋषि कपूर ने पिता के नरगिस के साथ अफेयर की खुलकर चर्चा करते हुए लिखा, 'मेरे पिता, राज कपूर 28 साल के थे और 4 साल पहले ही वह 'शोमैन ऑफ हिंदी सिनेमा' का खिताब पा चुके थे. वह प्यार में भी थे और दुर्भाग्यवश वह महिला मेरी मां के अलावा एक दूसरी महिला थी. उनकी गर्लफ्रेंड थीं. उनकी कई फिल्मों की हीरोइन रही नरगिस जो उनके साथ 'आग'(1948), 'बरसात' (1949) और 'आवारा' (1951) में भी काम कर चुकी थीं.' बता दें कि नरगिस की शादी एक्टर सुनील दत्त से हुई थी, जिनके साथ वह फिल्म 'मदर इंडिया' में काम कर चुकी थीं. नरगिस एक्टर संजय दत्त की मां थीं.
ऋषि कपूर ने अपनी किताब में ये भी लिखा कि उनके पिता को शराब, सिनेमा और अपनी फिल्मों की लीडिंग लेडीज से प्यार था. साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि पिता के साथ उनका रिश्ता बिल्कुल वैसा ही था, जैसा बेटे रणबीर के साथ उनका है.
गौरतलब है कि, राज कपूर का जन्म 14 दिसंबर, 1924 को पेशावर (पाकिस्तान) में हुआ था. हिंदी सिनेमा में कीर्तिमान स्थापित करने वाले राज कपूर ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1935 में आई फिल्म 'इंकलाब' से की थी. राज कपूर का पूरा नाम 'रणबीर राज कपूर' था. रणबीर अब उनके पोते यानी ऋषि-नीतू के बेटे का नाम है. यूं तो भारतीय सिनेमा में राजकूपर का योगदान असीमित है, लेकिन उनका नाम ज़हन में आते ही 'आवारा', 'श्री 420', 'बूट पॉलिश', 'संगम' जैसी प्रसिद्ध फिल्में याद आ ही जाती हैं.
Papa,today 29 years ago,you left us. "Par hum tumhare rahenge sada"! pic.twitter.com/X1hEWwcwRZ
— Rishi Kapoor (@chintskap) June 2, 2017
ऋषि अपने पिता राज कपूर के बेहद करीब रहे हैं. अक्सर में सोशल मीडिया पर पिता को याद करते रहते हैं. 2017 की शुरुआत में ऋषि कपूर की बायोग्राफी 'खुल्लम खुल्ला: ऋषि कपूर अनसेंसर्ड' रिलीज हुई थी. इस किताब में ऋषि ने अपने पिता राज कपूर के अफेयर्स को लेकर भी खुलासे किए थे.
बायोग्राफी में ऋषि कपूर ने पिता के नरगिस के साथ अफेयर की खुलकर चर्चा करते हुए लिखा, 'मेरे पिता, राज कपूर 28 साल के थे और 4 साल पहले ही वह 'शोमैन ऑफ हिंदी सिनेमा' का खिताब पा चुके थे. वह प्यार में भी थे और दुर्भाग्यवश वह महिला मेरी मां के अलावा एक दूसरी महिला थी. उनकी गर्लफ्रेंड थीं. उनकी कई फिल्मों की हीरोइन रही नरगिस जो उनके साथ 'आग'(1948), 'बरसात' (1949) और 'आवारा' (1951) में भी काम कर चुकी थीं.' बता दें कि नरगिस की शादी एक्टर सुनील दत्त से हुई थी, जिनके साथ वह फिल्म 'मदर इंडिया' में काम कर चुकी थीं. नरगिस एक्टर संजय दत्त की मां थीं.
ऋषि कपूर ने अपनी किताब में ये भी लिखा कि उनके पिता को शराब, सिनेमा और अपनी फिल्मों की लीडिंग लेडीज से प्यार था. साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि पिता के साथ उनका रिश्ता बिल्कुल वैसा ही था, जैसा बेटे रणबीर के साथ उनका है.
गौरतलब है कि, राज कपूर का जन्म 14 दिसंबर, 1924 को पेशावर (पाकिस्तान) में हुआ था. हिंदी सिनेमा में कीर्तिमान स्थापित करने वाले राज कपूर ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1935 में आई फिल्म 'इंकलाब' से की थी. राज कपूर का पूरा नाम 'रणबीर राज कपूर' था. रणबीर अब उनके पोते यानी ऋषि-नीतू के बेटे का नाम है. यूं तो भारतीय सिनेमा में राजकूपर का योगदान असीमित है, लेकिन उनका नाम ज़हन में आते ही 'आवारा', 'श्री 420', 'बूट पॉलिश', 'संगम' जैसी प्रसिद्ध फिल्में याद आ ही जाती हैं.
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