अपनी फिल्म 'पीके' के खिलाफ प्रदर्शनों से दुखी निर्देशक राजकुमार हिरानी ने इन आरोपों से इनकार किया है कि यह फिल्म हिंदूवाद के प्रति असम्मान है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह फिल्म मानव की एकात्मकता को दर्शाती है।
दक्षिणपंथी समूहों के विरोध प्रदर्शनों के जारी रहने के बीच हिरानी ने कहा कि उनकी मंशा किसी की भी भावनाओं को आहत करने की नहीं रही है और आमिर खान अभिनीत फिल्म 'केवल धर्म का दुरुपयोग करने की निंदा' करते हुए धर्म की सच्ची भावना को बरकरार रखती है।
उन्होंने कहा, मैं बेहद दुखी हूं और हमारी फिल्म 'पीके' के खिलाफ कुछ समूहों के प्रदर्शनों के बारे में चिंतित हूं। 'पीके' की पूरी टीम की ओर से मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि हम सभी धर्मों और आस्थाओं का सम्मान करते हैं।
'मुन्नाभाई'श्रंखला की फिल्में और 'थ्री इडियट्स' बनाने वाले 52-वर्षीय हिरानी ने कहा कि फिल्म के जरिये किसी की भावनाएं आहत करने की उनकी मंशा नहीं थी। उन्होंने एक बयान में कहा, हमारी फिल्म संत कबीर और महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित है। यह एक फिल्म है, जो इस विचार को सामने लाती है कि इस धरती पर रहने वाले सभी लोग एक समान हैं। कोई भेद नहीं है।
हिरानी ने फिल्म का विरोध करने वाले समूहों से समग्रता में फिल्म को देखने की अपील की। 19 दिसंबर को रिलीज की गई यह फिल्म बॉक्स आफिस पर 246.32 करोड़ रुपये की कमाई कर चुकी है। हालांकि उसे विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, हिंदू जनजागृति समिति और ऑल इंडिया महासभा के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। देश के विभिन्न हिस्सों में फिल्म के खिलाफ मामले भी दर्ज कराए गए हैं।
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