नाना पाटेकर की फाइल तस्वीर...
मुंबई:
अभिनेता नाना पाटेकर का एक बड़ा सपना पुरा हुआ है। अपने इस सपने के पूरा होने से वो इतने खुश हैं कि अब वो अभिनय छोड़ने को भी तैयार हैं।
दरअसल, नाना पाटेकर की महाराष्ट्र के बहुत ही लोकप्रिय नाटक 'नटसम्राट' में भूमिका निभाने की सालों से इच्छा थी। रंगमंच पर उनका सपना पूरा नहीं हुआ, लेकिन बड़े पर्दे पर वो सपना साकार हो चुका है। मशहूर अभिनेता और निर्देशक महेश मांजरेकर के निर्देशन में 'नटसम्राट' फ़िल्म बन चुकी है और नाना उसमें नटसम्राट की भूमिका निभा चुके हैं। इसीलिए नाना का मानना है की उन्होंने जीवन की सबसे बड़ी भूमिका निभा ली है। अब अगर वो अभिनय से सन्यास ले लें या वो अभिनय छोड़ दें तो उन्हें बुरा नहीं लगेगा।
नाना ने नटसम्राट के प्रचार के समय कहा कि 'इस भूमिका को निभाने का सालों से सपना था। मैं इस किरदार को रंगमंच पर नहीं निभा पाया मगर जब महेश ने फ़िल्म बनाने के लिए सोचा तो मैं जुड़ गया। ये एक ऐसा किरदार है, जिसे निभाने का हर कलाकार का सपना होता है। मेरा सपना पूरा हो चुका है। मैंने जिस तरह की मेहनत, तैयारी के बाद अभिनय किया है वो देखने लायक है। ये मेरे जीवन का सबसे अच्छा काम है।'
नाना ने यह भी कहा कि ऐसे अभिनय किए नहीं जाते, हो जाते हैं। अब अगर मैं अभिनय छोड़ दूं तो भी मुझे कोई दुख, जीवन में कमी या किसी चीज़ का पछतावा नहीं रहेगा'
महेश मांजरेकर निर्देशित फ़िल्म 'नटसम्राट' मराठी भाषा में बनाई गई है, क्योंकि इस नाटक में महाराष्ट्र की संस्कृति और कला है। ये फ़िल्म नए साल पर यानि 1 जनवरी को प्रदर्शित होगी।
दरअसल, नाना पाटेकर की महाराष्ट्र के बहुत ही लोकप्रिय नाटक 'नटसम्राट' में भूमिका निभाने की सालों से इच्छा थी। रंगमंच पर उनका सपना पूरा नहीं हुआ, लेकिन बड़े पर्दे पर वो सपना साकार हो चुका है। मशहूर अभिनेता और निर्देशक महेश मांजरेकर के निर्देशन में 'नटसम्राट' फ़िल्म बन चुकी है और नाना उसमें नटसम्राट की भूमिका निभा चुके हैं। इसीलिए नाना का मानना है की उन्होंने जीवन की सबसे बड़ी भूमिका निभा ली है। अब अगर वो अभिनय से सन्यास ले लें या वो अभिनय छोड़ दें तो उन्हें बुरा नहीं लगेगा।
नाना ने नटसम्राट के प्रचार के समय कहा कि 'इस भूमिका को निभाने का सालों से सपना था। मैं इस किरदार को रंगमंच पर नहीं निभा पाया मगर जब महेश ने फ़िल्म बनाने के लिए सोचा तो मैं जुड़ गया। ये एक ऐसा किरदार है, जिसे निभाने का हर कलाकार का सपना होता है। मेरा सपना पूरा हो चुका है। मैंने जिस तरह की मेहनत, तैयारी के बाद अभिनय किया है वो देखने लायक है। ये मेरे जीवन का सबसे अच्छा काम है।'
नाना ने यह भी कहा कि ऐसे अभिनय किए नहीं जाते, हो जाते हैं। अब अगर मैं अभिनय छोड़ दूं तो भी मुझे कोई दुख, जीवन में कमी या किसी चीज़ का पछतावा नहीं रहेगा'
महेश मांजरेकर निर्देशित फ़िल्म 'नटसम्राट' मराठी भाषा में बनाई गई है, क्योंकि इस नाटक में महाराष्ट्र की संस्कृति और कला है। ये फ़िल्म नए साल पर यानि 1 जनवरी को प्रदर्शित होगी।
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