मातृ के एक दृश्य में रवीना टंडन.
नई दिल्ली:
अभिनेत्री रवीना टंडन का कहना है कि सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) को आज के समय के हिसाब से अपने नियमों में बदलाव करने चाहिए. रवीना की फिल्म 'मातृ' को सीबीएफसी ने बैन कर दिया है और फिल्म बोर्ड की रिविजन कमेटी के पास पुनर्विचार के लिए भेजी गई है. पिछले दिनों कुछ दृश्यों पर आपत्ति जताते हुए सेंसर बोर्ड ने फिल्म को प्रमाणपत्र देने से इनकार कर दिया था. रवीना ने पीटीआई से कहा, "सीबीएफसी ऐसे नियमों में बंधा हुआ है जो कई साल पहले बनाए गए थे. अब वक्त आ गया है कि हम प्रोग्रेसिव भारत के बारे में बात करें. इसलिए नियमों में बदलाव की जरूरत है." अभिनेत्री ने कहा कि सीबीएफसी उनकी फिल्म के संदेश से इत्तेफाक रखता है लेकिन नियमों में बंधे होने की वजह से वह फिल्म को प्रमाणपत्र नहीं दे रहा. उन्होंने पीटीआई से कहा, "मातृ में एक महत्वपूर्ण संदेश है, सीबीएफसी चाहती है कि ऐसी फिल्म लोगों को दिखाई जाए पर उनके हाथ बंधे हुए हैं."
रवीना ने पीटीआई से आगे कहा, "अगर हमें 'A' सर्टिफिकेट दिया जाना है तो फिल्म में इतने कट क्यों हैं? जैसे कि दर्शकों को समझ ही नहीं आएगा कि हम क्या दिखाना चाहते हैं. समय आ गया है कि हम आज के हिसाब से नियमों में बदलाव करें." फिल्म में रवीना एक ऐसी लड़की की मां की भूमिका निभा रही हैं जिसका बलात्कार हो जाता है. जब कानून उन्हें न्याय नहीं दिलाती तो रवीना का किरदार अपने बेटी के गुनहगारों से बदला लेने की कसम खाता है. रवीना ने कहा, "मैं ऐसी कई फिल्में गिना सकती हूं जिनमें कॉमेडी के लिए अश्लीलता का इस्तेमाल किया गया पर उन पर कोई आपत्ति नहीं हुई. अब जब हम सच्चाई दिखा रहे हैं तो लोग आपत्ति कर रहे हैं, यह चौंकाने वाला है."
रवीना ने यह भी कहा कि सीबीएफसी को फिल्म के दृश्यों पर आपत्ति नहीं है, बल्कि इसकी भाषा पर है. वहीं सीबीएफसी के एक अधिकारी ने बताया कि बोर्ड जल्द ही फिल्म के प्रमाणन पर अपना फैसला सुनाएगा. फिल्म 21 अप्रैल को रिलीज होने वाली है.
रवीना ने पीटीआई से आगे कहा, "अगर हमें 'A' सर्टिफिकेट दिया जाना है तो फिल्म में इतने कट क्यों हैं? जैसे कि दर्शकों को समझ ही नहीं आएगा कि हम क्या दिखाना चाहते हैं. समय आ गया है कि हम आज के हिसाब से नियमों में बदलाव करें." फिल्म में रवीना एक ऐसी लड़की की मां की भूमिका निभा रही हैं जिसका बलात्कार हो जाता है. जब कानून उन्हें न्याय नहीं दिलाती तो रवीना का किरदार अपने बेटी के गुनहगारों से बदला लेने की कसम खाता है. रवीना ने कहा, "मैं ऐसी कई फिल्में गिना सकती हूं जिनमें कॉमेडी के लिए अश्लीलता का इस्तेमाल किया गया पर उन पर कोई आपत्ति नहीं हुई. अब जब हम सच्चाई दिखा रहे हैं तो लोग आपत्ति कर रहे हैं, यह चौंकाने वाला है."
रवीना ने यह भी कहा कि सीबीएफसी को फिल्म के दृश्यों पर आपत्ति नहीं है, बल्कि इसकी भाषा पर है. वहीं सीबीएफसी के एक अधिकारी ने बताया कि बोर्ड जल्द ही फिल्म के प्रमाणन पर अपना फैसला सुनाएगा. फिल्म 21 अप्रैल को रिलीज होने वाली है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं