कंगना रनौत की फाइल फोटो
मुंबई:
अभिनेत्री कंगना रनौत का कहना है कि खुद को साफ सुथरा रखने से उनके जीवन में अच्छे बदलाव आने शुरू हुए. 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' स्टार का कहना है कि वह बहुत ही आलसी हुआ करती थीं और नहाना उन्हें कतई पसंद नहीं था.
संवाददाताओं से बातचीत में कंगना ने कहा, 'मैं बहुत आलसी थी और नहाने से तो नफरत थी. मेरे माता-पिता तंग आ चुके थे. ईमानदारी से कहूं तो उस दौरान मेरे जीवन में कुछ भी अच्छा नहीं हुआ. मेरे कोई दोस्त नहीं बने, कोई अवसर नहीं मिला.' उन्होंने कहा, 'फिर मैंने तत्वों, सम्मिश्रण और ऊर्जा के बारे में काफी पढ़ा और मुझे पता चला कि ऊर्जा तीन तरह की होती है और उनमें से एक है स्वच्छता जो सबसे महत्वपूर्ण है. यह सच्चाई है.'
'क्वीन' की अभिनेत्री का कहना है कि इन तकनीकों को अपनाने से उनका जीवन बदल गया. कंगना ने कहा, 'मैंने वेदांत पढ़े, स्वामी विवेकानंद के रास्ते पर चली. मैंने सीखा कि कैसे खुद को और ऊर्जाओं के ऊपर उठाना है और बदलाव करने हैं. जैसे कई तत्व थे... आंतरिक और बाह्य स्वच्छता.' उन्होंने कहा, 'मैंने बाह्य स्वच्छता से शुरुआत की... यह मूल काम है. जब मैंने इससे शुरुआत की, तो जीवन में चीजें बदलनी शुरू हो गईं. अब मैं नहाती हूं, स्वच्छ रहती हूं और सुनिश्चित करती हूं कि गंदगी ना फैलाऊं. पिछले 12 साल में मैंने कचरा नहीं फैलाया है.'
स्वच्छ भारत अभियान पर बनी 'डोंट लेट हर गो' शीर्षक वाली लघु फिल्म के लॉन्च पर कंगना संवाददाताओं से बातचीत कर रही थीं. फिल्म में कंगना देवी लक्ष्मी के रूप में नजर आएंगी. प्रदीप सरकार के निर्देशन में बनर इस लघु फिल्म में ईशा कोप्पिकर और ओंकार कपूर भी हैं. इसके लिए मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने अपनी आवाज दी है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संवाददाताओं से बातचीत में कंगना ने कहा, 'मैं बहुत आलसी थी और नहाने से तो नफरत थी. मेरे माता-पिता तंग आ चुके थे. ईमानदारी से कहूं तो उस दौरान मेरे जीवन में कुछ भी अच्छा नहीं हुआ. मेरे कोई दोस्त नहीं बने, कोई अवसर नहीं मिला.' उन्होंने कहा, 'फिर मैंने तत्वों, सम्मिश्रण और ऊर्जा के बारे में काफी पढ़ा और मुझे पता चला कि ऊर्जा तीन तरह की होती है और उनमें से एक है स्वच्छता जो सबसे महत्वपूर्ण है. यह सच्चाई है.'
'क्वीन' की अभिनेत्री का कहना है कि इन तकनीकों को अपनाने से उनका जीवन बदल गया. कंगना ने कहा, 'मैंने वेदांत पढ़े, स्वामी विवेकानंद के रास्ते पर चली. मैंने सीखा कि कैसे खुद को और ऊर्जाओं के ऊपर उठाना है और बदलाव करने हैं. जैसे कई तत्व थे... आंतरिक और बाह्य स्वच्छता.' उन्होंने कहा, 'मैंने बाह्य स्वच्छता से शुरुआत की... यह मूल काम है. जब मैंने इससे शुरुआत की, तो जीवन में चीजें बदलनी शुरू हो गईं. अब मैं नहाती हूं, स्वच्छ रहती हूं और सुनिश्चित करती हूं कि गंदगी ना फैलाऊं. पिछले 12 साल में मैंने कचरा नहीं फैलाया है.'
स्वच्छ भारत अभियान पर बनी 'डोंट लेट हर गो' शीर्षक वाली लघु फिल्म के लॉन्च पर कंगना संवाददाताओं से बातचीत कर रही थीं. फिल्म में कंगना देवी लक्ष्मी के रूप में नजर आएंगी. प्रदीप सरकार के निर्देशन में बनर इस लघु फिल्म में ईशा कोप्पिकर और ओंकार कपूर भी हैं. इसके लिए मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने अपनी आवाज दी है.
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