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This Article is From Mar 20, 2013

राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने के बाद अब लोग सुनेंगे 'बोलो ना...' : शंकर महादेवन

शंकर महादेवन का कहना है कि 'चिट्टागॉन्ग' फिल्म के गीत 'बोलो ना...' के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक का राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने के बाद अब लोग इस गीत को रुचि लेकर सुनेंगे।
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मुंबई: संगीत निर्देशक एवं पार्श्वगायक शंकर महादेवन का कहना है कि 'चिट्टागॉन्ग' फिल्म के गीत 'बोलो ना...' के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायकका राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने के बाद अब लोग इस गीत को रुचि लेकर सुनेंगे।

46-वर्षीय महादेवन ने कहा, "जब आपको इस तरह के गाने के लिए पुरस्कार मिलता है तो आपको विश्वास होता है कि ईश्वर है, जो देख रहा है कि हम कितनी मेहनत कर रहे हैं। हम चाहते थे कि लोग इस गाने को सुनें। अब लगता है कि लोग सुनेंगे।"

उन्होंने कहा, "सबसे पहले मैं गाना सुनने और इसे पुरस्कृत करने के लिए निर्णायक मंडल के प्रति आभार प्रकट करना चाहूंगा। मैं बहुत खुश और खुशकिस्मत हूं कि मुझे देश का सर्वोच्च फिल्म पुरस्कार मिला है।"

गीतकार प्रसून जोशी को भी इस गाने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

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