विवादों में घिरे गजेंद्र चौहान ने इस साल दिल्ली की रामलीला में शिव का किरदार निभाया
छह महीने बाद भारी उठापटक के बाद आखिरकार गजेंद्र चौहान एफटीआईआई की कुर्सी संभालेंगे। दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले महाभारत में 'युधिष्ठिर' किरदार से लोकप्रियता हासिल करने वाले गजेंद्र को जब पुणे के इस फिल्म संस्थान के अध्यक्ष पद के लिए चुना गया तो तुरंत ही सिनेमा में उनके काम को लेकर प्रश्न उठाए जाने लगे। उनकी काबिलियत को लेकर सवाल उठाए जा रहे थे, उसी बीच यह भी खंगाला जा रहा था कि आखिर महाभारत के हिट होने के बाद गजेंद्र ने किस तरह की फिल्मों में काम किया। एक नज़र ऐसी ही कुछ फिल्मों पर डालते हैं।
क्लिक करें और पढ़े - 'महाभारत' के बाद चेयरमैन पद संभालेंगे 'युधिष्ठिर'
फिल्मकार आनंद पटवर्धन ने कहा है कि चौहान ने सॉफ्ट पोर्न फिल्मों में भी काम किया है। वहीं गजेंद्र अपने इंटरव्यू में कह चुके हैं कि उन्होंने अपने करियर में कुछ सर्टिफाइड 'व्यस्क फिल्में' की हैं जिसमें 'वासना' और 'खुली खिड़की' शामिल हैं। इसे महज़ संयोग ही कह सकते हैं कि उनके करियर में जंगल टाइटल से जुड़ी तीन फिल्में आई हैं - जंगल लव, जंगल क्वीन, और जंगल का बेटा।
मेहमान भूमिका में गजेंद्र
वैसे 34 साल के फिल्मी करियर में गजेंद्र की जिन फिल्मों का ज़िक्र होता है, उनमें से ज्यादातर में वह मेहमान भूमिका में ही नज़र आए हैं। मसलन 'जन्म से पहले', 'काला सच', 'दिल का सौदा' और रूपा रानी रामकली। सुपरहिट फिल्म 'बाग़बान' में चौहान एक सेल्ममैन बने थे जो अमिताभ बच्चन और हेमा मालिनी को कार की टेस्ट ड्राइव लेने के लिए कहते हैं। इसके साथ गजेंद्र और टेलीविज़न का साथ भी छूटा नहीं और महाभारत के बाद से अभी तक वह समय समय पर धारावाहिकों में नज़र आते रहे हैं जिसमें आना वाला पल, रावण और अदालत शामिल हैं।
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फिल्मकार आनंद पटवर्धन ने कहा है कि चौहान ने सॉफ्ट पोर्न फिल्मों में भी काम किया है। वहीं गजेंद्र अपने इंटरव्यू में कह चुके हैं कि उन्होंने अपने करियर में कुछ सर्टिफाइड 'व्यस्क फिल्में' की हैं जिसमें 'वासना' और 'खुली खिड़की' शामिल हैं। इसे महज़ संयोग ही कह सकते हैं कि उनके करियर में जंगल टाइटल से जुड़ी तीन फिल्में आई हैं - जंगल लव, जंगल क्वीन, और जंगल का बेटा।
मेहमान भूमिका में गजेंद्र
वैसे 34 साल के फिल्मी करियर में गजेंद्र की जिन फिल्मों का ज़िक्र होता है, उनमें से ज्यादातर में वह मेहमान भूमिका में ही नज़र आए हैं। मसलन 'जन्म से पहले', 'काला सच', 'दिल का सौदा' और रूपा रानी रामकली। सुपरहिट फिल्म 'बाग़बान' में चौहान एक सेल्ममैन बने थे जो अमिताभ बच्चन और हेमा मालिनी को कार की टेस्ट ड्राइव लेने के लिए कहते हैं। इसके साथ गजेंद्र और टेलीविज़न का साथ भी छूटा नहीं और महाभारत के बाद से अभी तक वह समय समय पर धारावाहिकों में नज़र आते रहे हैं जिसमें आना वाला पल, रावण और अदालत शामिल हैं।
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