सेना में बहाली के लिए तैयारी करते युवा (वीडियो ग्रैब)
पटना:
भारी प्रदर्शन के बीच केंद्र सरकार ने सैन्य भर्ती के लिए लाए गए अग्निपथ योजना में केवल इस साल बदलाव करने का फैसला लिया है. सरकार ने गुरुवार की रात एलान किया कि साल 2022 में भर्ती प्रक्रिया में दो साल की छूट दी जाएगी, यानि इस बार 23 साल तक के छात्र भर्ती प्रकिया के लिए योग्य होंगे. हालांकि, इस छूट के बावजूद छात्र असंतुष्ट हैं. उनकी मांग है कि भर्ती प्रक्रिया में किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं किया जाए. उनका मानना है कि इससे युवाओं को कोई फायदा नहीं होने वाल है.
- केंद्र द्वारा योजना में किए गए बदलाव के संबंध में जब शुक्रवार की सुबह एनडीटीवी ने बात की तो उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि उन्हें नई योजना नामंजूर है. ऐसे में पुरानी योजना ही लागू कर दी जाए. एक छात्र ने सवाल पूछते हुए कहा, " इससे क्या फायदा होगा? चार साल के बाद वो हमें सेना से निकाल देंगे? उसके बाद हम क्या करेंगे?
- छात्र ने कहा, " सेना में गरीब घर के बच्चे जाते हैं, ना कि किसी नेता या अमीर गर के बच्चे. ऐसे में चार बाद जब हमें निकाल दिया जाएगा तो हम क्या करेंगे? हमारे परिवार का क्या होगा? ऐसे में हमारी सरकार में मांग है कि सेना में भर्ती के लिए पुराने पैटर्न को ही लागू किया जाए. "
- गौरतलब है कि केंद्र ने देशव्यापी विरोध के बीच गुरुवार को 'अग्निपथ' सैन्य भर्ती योजना के लिए आयु सीमा 21 से बढ़ाकर 23 कर दिया है. सरकार ने एक विज्ञप्ति में कहा कि यह निर्णय इसलिए लिया गया है क्योंकि पिछले दो वर्षों में कोई भर्ती नहीं हुई है. बता दें कि सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार 'अग्निपथ' योजना लेकर आई है, जिसको लेकर गुरुवार को यूपी-बिहार समेत देश के कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन हुए. कई जगहों पर ट्रेनों को आग लगा दी गई तो कहीं पथराव किया गया.
- सरकार ने गुरुवार रात इसमें पहला बदलाव करने की घोषणा की. पहले यह प्रावधान किया गया था कि 21 साल की उम्र तक के युवा इसमें हिस्सा ले सकते हैं, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 23 साल कर दिया गया है. हालांकि, यह आयुसीमा केवल एक बार के लिए ही बढ़ाई गई है. इसके बाद आयुसीमा 21 साल की ही रहेगी.
- कई राज्यों में युवाओं का विरोध प्रदर्शन : बता दें कि अग्निपथ योजना के खिलाफ कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. इस बीच सरकार ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि नया मॉडल न केवल सशस्त्र बलों में नई क्षमता पैदा करेगा बल्कि यह युवाओं को लिए निजी क्षेत्र के रास्ते भी खोलेगा और उन्हें अवकाश प्राप्त करने के समय मिलने वाले वित्तीय पैकेज से उद्यमी बनने में भी मदद करेगा. हालांकि, सरकारी दलीलों के बावजूद नई भर्ती योजना के खिलाफ कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन हो रहा है.
- गुरुवार को बिहार में प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर इमारतों और वाहनों में तोड़फोड़ की. रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर ट्रेनों के डिब्बों में आग लगाने के साथ रेल एवं सड़क यातायात को बाधित किया. अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) संजय सिंह ने बताया, ‘‘अब तक हमने हिंसा के सिलसिले में 125 लोगों को गिरफ्तार किया है. दो दर्जन प्राथमिकी दर्ज की गई हैं. प्रदर्शनकारियों के साथ हुई झड़प में राज्य भर में कम से कम 16 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.''
- बिहार में बीजेपी विधायक पर हमला : केंद्र में शासन करने वाली बीजेपी के एक विधायक के छपरा स्थित घर में प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की. जबकि नवादा में पथराव की घटना में एक अन्य महिला विधायक घायल हो गईं, यहां पार्टी कार्यालय को भी आग के हवाले कर दिया गया है. नवादा के वारिसलीगंज विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक अरुणा देवी एक मामले के सिलसिले में जिला अदालत परिसर जा रही थीं. इसी दौरान उनकी कार को प्रदर्शनकारियों ने रेलवे क्रॉसिंग के पास घेर लिया और पथराव किया जिससे उन्हें, उनके वाहन चालक, दो सुरक्षा कर्मियों और कई निजी कर्मचारियों को चोटें आईं.
- इधर, उत्तर प्रदेश के आगरा में प्रदर्शनकारियों ने एक सरकारी बस पर पथराव किया गया, गोरखपुर, अलीगढ़ और मथुरा में नौजवानों ने योजना के खिलाफ रास्ता जाम किया,बलिया में युवाओं के प्रदर्शन के कारण स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस को रोकना पड़ा. वहीं, फिरोजाबाद और बुलंदशहर में युवकों ने सड़क पर उतरकर नारेबाजी की.
- आगरा के बाहरी इलाके में सेना भर्ती के अभ्यर्थियों ने अग्निपथ योजना के विरोध में एक सरकारी बस पर पथराव किया, हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. इसके अलावा जिले के विभिन्न इलाकों में भी प्रदर्शन किया गया। उन्होंने आगरा-जयपुर राजमार्ग और एमजी रोड पर रास्ता भी जाम किया. गोरखपुर में छात्रों ने अग्निपथ योजना के विरोध में गोरखपुर-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर रास्ता जाम किया और सरकार विरोधी नारेबाजी की और सरकार से सेना में भर्ती की पुरानी व्यवस्था बहाल करने की मांग की.
- मथुरा से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक अग्निपथ योजना के विरोध में फरह तथा आसपास के गांवों के युवकों ने बड़ी संख्या में एकत्र होकर आगरा-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर रास्ता जाम कर दिया. हरियाणा के पलवल में भी बृहस्पतिवार को ‘अग्निपथ योजना' के खिलाफ प्रदर्शन हिंसक हो गया। इस दौरान पथराव और गाड़ियों में आगजनी की गई. पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए बल प्रयोग किया और प्रशासन ने इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया है। पुलिस ने 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है.