सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने एनडीटीवी से खास बातचीत की है. जून 2022 में लाई गई अग्निपथ योजना पर बात करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि यह भारतीय सेना के हित में नहीं है. उन्होंने कहा, डेढ से 2 लाख तक युवा हैं जिनका सेना में भर्ती के लिए चयन तो हुआ लेकिन वो भर्ती नहीं हो पाए क्योंकि अचानक ही सरकार अग्निपथ योजना ले आई थी.
सचिन पायलट ने कहा, "हमारी मांग है कि अग्निपथ योजना पर पुनर्विचार किया जाए और जिन युवाओं का अंतिम चरण तक चयन हो गया था सिर्फ रिक्रूटमेंट बचा था उन्हें सेना में भर्ती किया जाए". उन्होंने कहा, "हम अपने मेनिफेस्टो में यह शामिल करेंगे कि अगर हम सत्ता में आए तो भारतीय सेना में रिक्रूटमेंट की जो पुरानी व्यवस्था थी उसे फिर से बहाल किया जाए".
इस दौरान सचिन पायलट ने भारत में 5% गरीबी स्तर पर नीति आयोग के सीईओ के बयान पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, "यह आंकड़ों का खेल है. जमीन पर जो सच्चाई और तथ्य हैं वो अलग नजर आते हैं. देश में अमीरों और गरीबों के बीच खाई बढ़ गई है". उन्होंने कहा, "अगर ऐसा है तो 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में भोजन देने की जरूरत क्यों पड़ रही है".
क्या है अग्निपथ योजना
दरअसल, जून 2022 में केंद्रीय कैबिनेट ने भारतीय सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना को मंजूरी दी थी. अग्निपथ योजना में सैनिकों को केवल 4 साल के लिए सेना में भर्ती होने का मौका मिलेगा. चार साल की अपनी सेवा के बाद अग्निपथ योजना से सेना में भर्ती होने वाले अग्निवीरों को रिटायरमेंट पर लगभग 12 लाख रुपये मिलेंगे. इससे अग्निवीर भविष्य में खुद के लिए कोई भी काम कर सकते हैं. अग्निपथ योजना के तहत साढ़े 17 से 21 वर्ष तक की आयु के युवा सैनिक में चार साल के लिए भर्ती हो सकते हैं. साथ ही इस योजना के तहत हर बैच से 25 प्रतिशत को 15 और अधिक वर्षों के लिए बनाए रखने की योजना है.
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