मुल्ला बरादर को 2010 में पाकिस्तान में गिरफ्तार किया गया और 2018 में रिहा कर दिया गया था.
नई दिल्ली:
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद मुल्ला अब्दुल गनी बरादर के नाम की चर्चाएं जोरों पर हैं. तालिबान के सह-संस्थापक और उप नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर के अफगानिस्तान के अगले राष्ट्रपति होने की संभावना है. तालिबान युद्धग्रस्त देश को नियंत्रित करने के लिए तैयार है. आइये आपको बताते हैं कौन है अफगानिस्तान का भावी राष्ट्रपति मुल्ला बरादर.
- मुल्ला अब्दुल गनी बरादर (Taliban Commander Mullah Baradar) कतर से अफगानिस्तान की राजधानी काबुल(Afghanistan Kabul)पहुंचा, जहां उसने महीनों तक अमेरिका और फिर अफगान शांति वार्ताकारों के साथ बातचीत की.
- मुल्ला बरादर को 2010 में पाकिस्तान में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन 2018 में ट्रम्प प्रशासन के अनुरोध पर मुक्त कर दिया गया क्योंकि अमेरिकी वार्ताकार ज़ल्माय खलीलज़ाद ने उन्हें कतर में बातचीत के दौरान एक विश्वसनीय समकक्ष के रूप में देखा, जिसके कारण अमेरिका ने बरादर के पक्ष में पैरवी की.
- अपनी सैन्य गतिविधियों के बावजूद, मुल्ला बरादर कथित तौर पर शांति वार्ता शुरू करने के कई प्रयासों के पीछे था, विशेष रूप से 2004 और 2009 में, और व्यापक रूप से एक बातचीत शांति समझौते के संभावित महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में देखा गया.
- तालिबान समर्थक मीडिया द्वारा जारी किए गए फुटेज में हवाई अड्डे पर मुल्ला बरादर के आसपास भीड़ जमा होती दिखाई दी है. मुल्ला बरादर से मिलने वाले हवा में अपनी मुट्ठियों को लहराकर उसका अभिवादन कर रहे हैं.
- 1980 के दशक में बरादर ने अफगान मुजाहिदीन में सोवियत सेना के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी. 1992 में रूसियों के बाहर निकलने के बाद प्रतिद्वंद्वी सरदारों के बीच गृहयुद्ध छिड़ गया था. उस वक्त बरादर ने अपने पूर्व कमांडर और रिश्तेदार मोहम्मद उमर के साथ कंधार में एक मदरसे की स्थापना की थी.