चंडीगढ़ में योग दिवस के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
चंडीगढ़:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर चंडीगढ़ में मंगलवार को योगाभ्यास में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने योग की महत्ता बताते हुए हर किसी को इसे जीवन का हिस्सा बनाने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री के संबोधन की 10 खास बातें..
- दुनिया भर में जनआंदोलन का रूप ले चुका है। दुनिया के सभी देश अपने-अपने समय की सुविधा से इस योग कार्यक्रम से जुड़े हैं। यूएन द्वारा पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। पिछले वर्ष इसे प्रारंभ किया गया।
- 21 जून योग दिवस के इसलिए तय किया गया क्योंकि यह दिन सबसे लंबा दिन होता है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को विकसित देश हो या विकासशील देश सबका समर्थन मिला। हर तबके ने इसे समर्थन दिया।
- यूएन द्वारा शुरू किए गए दिवसों में कोई ऐसा दिवस जो जनआंदोलन बन गया हो, सब देशों ने इसे खुलकर समर्थन दिया हो, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस ही है।
- दुनिया में 'जीरो बजट' पर कोई 'लाइफ इंश्योरेंस' नहीं है लेकिन योग 'जीरो बजट' पर आपको 'लाइफ इंश्योरेंस' देता है। इस मौके पर उन्होंने डायबिटीज (मधुमेह) को नियंत्रित करने में योग की उपयोगिता को भी रेखांकित किया।
- योगासन एक तरह से जीवन अनुशासन का उदाहरण बन जाता है। लोगों को लगता है कि योग से क्या मिलेगा। योग इसके लिए नहीं है कि क्या मिलेगा, योग इसके लिए है कि मैं क्या छोड़ पाऊंगा।
- योग मुक्ति का मार्ग है। यह धार्मिक कर्मकांड नहीं है, बल्कि बेहतर जीवन की ट्रेनिंग है। योग को अमीर-गरीब, विद्वान-अनपढ़ का भेद नहीं है। कोई भी इसे कर सकता है।
- योग के लिए बस हाथ फैलाने की जगह चाहिए। इससे उनका तन-मन तंदुरुस्त रह सकता है। उन्होंने कहा कि योग एक सरल, सस्ता और हर किसी के लिए उपलब्ध मार्ग है। यह नास्तिक और आस्तिक सभी के लिए है।
- आज के समय की आपाधापी में हम अपने आप से कटते जा रहे हैं। योग ऐसा माध्यम है जो हमें अपने आप से जोड़ता है।
- योग नौजवानों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का साधन बनता जा रहा है। यह अरबों रुपये का व्यापार उपलब्ध करा रहा है। कई चैनल पूरी तरह योग के लिए समर्पित हैं।
- उन्होंने इस मौके पर योग के क्षेत्र में राष्ट्रीय योग अवार्ड और अंतरराष्ट्रीय योग अवार्ड शुरू करने की घोषणा की। इसके लिए एक ज्यूरी बनाई जाएगी। यह अवार्ड अगले साल से शुरू होंगे।