मेंगलुरु में हत्या के बाद सरकार के खिलाफ भारी गुस्सा है.
कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ के कुछ हिस्सों में पिछले कुछ दिनों में दो हत्याओं के बाद बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. विपक्ष मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के इस्तीफे की मांग करते हुए कह रहा है कि राज्य में कानून-व्यवस्था 'गिर' गई है.
कर्नाटक के मेंगलुरु में गुरुवार शाम एक दुकान के बाहर नकाबपोश हमलावरों ने 23 वर्षीय फाजिल की चाकू मारकर हत्या कर दी थी.
गली में लगे सीसीटीवी कैमरे में यह बर्बर हमला कैद हो गया. काले कपड़े से अपना चेहरा ढके हमलावरों ने फाजिल को बार-बार डंडे से मारा और चाकू मार दिया. उसके गिरने और उसके ऊपर एक पुतला गिरने के बाद भी, एक आदमी उसे मारता रहा.
यह हमला भाजपा की युवा शाखा के नेता प्रवीण नेट्टारू की हत्या के कुछ ही दिनों बाद हुआ है. हत्या के बाद बेल्लारे और सुलिया में विरोध प्रदर्शन किया गया, विश्व हिंदू परिषद ने बंद का आह्वान किया. कुछ दक्षिणपंथी संगठनों ने आरोप लगाया है कि नेतरू की हत्या के पीछे पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया का हाथ है.
बेल्लारे के दो निवासियों को नेतरू की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है, जबकि फाजिल के हमलावरों को पकड़ने के लिए जांच जारी है.
फाजिल के अंतिम संस्कार में आज सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने कहा है कि उनकी सरकार मामले को सामान्य हत्या नहीं मान रही है. राज्य सरकार अपराध के पीछे के मकसद की जांच कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा, "हमारे लिए, प्रत्येक व्यक्ति का जीवन महत्वपूर्ण है. हम सभी के साथ समान व्यवहार करते हैं."
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि हालात की मांग होती है, तो उत्तर प्रदेश में मौजूद "योगी मॉडल" कर्नाटक में भी लागू होगा, जो देश विरोधी और सांप्रदायिक तत्वों से निपटने के लिए अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं.
मंगलुरु में 30 जुलाई की सुबह तक निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है.
मेंगलुरु के पुलिस प्रमुख शशि कुमार ने कहा कि रात 10 बजे के बाद किसी को भी शहर में घूमने की इजाजत नहीं होगी.
विधानसभा में विपक्ष के नेता, सिद्धारमैया ने सीएम बोम्मई के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. उन्होंने कहा कि राज्य में हत्याएं 'खुफिया विफलता' को दर्शाती हैं.