'राष्ट्रपत्नी' विवाद पर आज सदन में जमकर हंगामा हुआ...
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को "राष्ट्रपत्नी" कहने पर संसद में भारी विवाद हुआ. इस पर सोनिया गांधी से पूछा गया कि क्या वे अधीर रंजन चौधरी से माफी मांगने के लिए कहेंगी? इस पर कांग्रेस अध्यक्ष ने संसद में एनडीटीवी से कहा, "उन्होंने पहले ही माफी मांग ली है.' वहीं इस मामले पर अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि वह बांग्ला भाषी हैं, उनके मुंह से निकल गया, उनके इरादे में कोई खोट नहीं थी.
- केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को 'अपमान' करने का आरोप लगाते हुए लोकसभा में विरोध प्रदर्शन किया और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा उन्हें 'राष्ट्रपत्नी' कहे जाने के बाद माफी की मांग की. वहीं, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नेतृत्व में भी कुछ सांसदों को संसद परिसर में तख्तियों के साथ टिप्पणी का विरोध करते हुए देखा गया. सीतारमण ने इसे 'लिंगभेदी अपमान' करार दिया.
- इस विवाद के बीच सोनिया गांधी ने मीडिया के सवालों का जवाब दिया. उनसे पूछा गया कि क्या वे अधीर रंजन चौधरी से माफी मांगने के लिए कहेंगी? इस पर कांग्रेस अध्यक्ष ने संसद में एनडीटीवी से कहा, "उन्होंने पहले ही माफी मांग ली है.'
- इस मामले पर लोकसभा में हुए ज़ोरदार हंगामे के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सदन में दूसरी तरफ मौजूद भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसद रमा देवी के पास जाकर यह बता रही थीं कि अधीर रंजन चौधरी माफी मांग चुके हैं, तभी वहां केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पहुंच गईं, और नारेबाजी होने लगी. तब सूत्रों के अनुसार, सोनिया गांधी ने स्मृति ईरानी से कहा, "मुझसे बात मत कीजिए..."
- सूत्रों के अनुसार, हुआ ये कि सोनिया ने रमा देवी से पूछा, "मेरा नाम क्यों लिया जा रहा है..." तभी स्मृति इरानी वहां आईं और कहा, "Maam, May I help You... आपका नाम मैंने लिया था..." तब सोनिया गांधी ने उनसे कहा, "Don't talk to me..." उसके बाद दोनों पक्षों से सांसद वहां आ गए और नारेबाज़ी होने लगी. तब गौरव गोगोई और सुप्रिया सुले ने बीच-बचाव किया.
- अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मेरे मुंह से 'राष्ट्रपत्नी' निकल गया. यह चूक हो गई. बांग्ला भारतीय आदमी हूं, हिंदी भाषी तो हूं नहीं, मुंह से निकल गया, हमारे इरादे में कोई खोट नहीं थी, क्योंकि वह देश के सर्वोच्च पद पर हैं. आज सदन में भी हमें अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया गया. सत्तारूढ़ पार्टी मेरे खिलाफ आरोप लगाती है और सदन को ठप कर देते हैं.