Japan के Ex PM Shinzo Abe की हालत "बेहद गंभीर", सलामती के लिए हो रही प्रार्थना : 10 बातें

शिंजो आबे (Shinzo Abe) रविवार को होने वाले अपर हाउस चुनाव से पहले एक कार्यक्रम में भाषण दे रहे थे, तभी गोलियों की आवाज सुनाई दी.

शिंजो आबे (Shinzo Abe) रविवार को होने वाले अपर हाउस चुनाव से पहले एक कार्यक्रम में भाषण दे रहे थे, तभी गोलियों की आवाज सुनाई दी.

पढ़ें इस मामले से जुड़ी बड़ी बातें

  1. जापान (Japan) के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (Japan PM Fumio Kishida)  ने एक प्रचार के बीच से हेलीकॉप्टर के ज़रिए टोक्यो लौट कर पत्रकारों से कहा, "पूर्व प्रधानमंत्री शिंज़ो आबे (Shinzo Abe) को नारा में गोली मारी गई और मुझे बताया गया है कि उनकी हालत बेहद गंभीर है. मैं प्रार्थना करता हूं कि उनकी जान बच जाए."

  2. किशिदा ने कहा, चुनाव को लेकर अभी "कोई निर्णय नहीं" हुआ है. हालांकि कई पार्टियों ने यह घोषणा की है कि उनके वरिष्ठ नेता शिंजो आबे पर हमले के बाद अपना चुनाव प्रचार रोक देंगे.

  3. 67 साल के आबे को गले में गोली लगी है, उनकी सत्ताधारी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के सूत्र ने जिजी न्यूज एजेंसी  (Jiji news agency) को बताया है कि गले से काफी खून बहने के बाद उन्हें खून चढ़ाया जा रहा है.   

  4. मुख्य कैबिनेट सचिव हिरोकाजू मात्सुनो ने संवाददाताओं से कहा, "पूर्व प्रधानमंत्री आबे को नारा में सुबह करीब 11:30 बजे गोली मार दी गई थी. एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है.  पूर्व प्रधानमंत्री अबे की स्थिति पर अभी कुछ भी कहा नहीं जा सकता."

  5. समाचार एजेंसी एनएचके और क्योडो  ने कहा कि शिंजो आबे रविवार को होने वाले अपर हाउस चुनाव से पहले एक कार्यक्रम में भाषण दे रहे थे, तभी गोलियों की आवाज सुनाई दी.

  6. मौके पर मौजूद एक युवती ने एनएचके को बताया, "वह भाषण दे रहे थे और पीछे से एक आदमी आया पहला शॉट मिस हो गया था. दूसरे शॉट में चिंगारी और धुएं को साफ देखा जा सकता है, इसके बाद लोगों ने पूर्व पीएम को घेर लिया और कार्डियक मसाज  दी.

  7. एनएचके और क्योदो दोनों ने बताया कि अबे को अस्पताल ले जाया गया और उनमें जीवन के कोई लक्षण नहीं दिख रहे थे.

  8. सरकार ने कहा कि घटना के मद्देनजर एक टास्क फोर्स का गठन किया गया है और सरकार के शीर्ष प्रवक्ता इस बारे में शीघ्र ही जानकारी देंगे.

  9. जापान के सबसे लंबे समय तक रहने वाले प्रधानमंत्री आबे ने 2006 में एक वर्ष और फिर 2012 से 2020 तक पद संभाला था.

  10. बता दें कि जापान दुनिया के कुछ सबसे सख्त बंदूक नियंत्रण कानून वाले देशों में से एक है. 125 मिलियन लोगों के इस देश में हर साल इससे होने वाली मौतें सिंगल फिगर में रहती हैं.