"हमें गद्दार कहकर पोस्टर जलाए, लेकिन सहन करने की एक सीमा...", विश्वासमत जीतने के बाद CM एकनाथ शिंदे, 10 बड़ी बातें

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विश्वास मत हासिल करने के बाद कहा कि मैंने शिवसेना के लिए अपना जीवन कुर्बान कर दिया. उन्होंने कहा कि पार्टी और बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को आगे बढ़ाना ही उनका उद्देश्य है.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विश्वासमत के बाद संबोधित किया.

मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया. 288 सदस्यों के सदन में शिंदे के पक्ष में 164 और विपक्ष में 99 मत रहे. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विश्वास मत हासिल करने के बाद कहा कि मैंने शिवसेना के लिए अपना जीवन कुर्बान कर दिया. परिवार पर ध्यान नहीं दे पाया. उन्होंने कहा कि पार्टी और बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को आगे बढ़ाना ही उनका उद्देश्य है.

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. एकनाथ शिंदे ने कहा कि हम शिवसैनिक हैं और हमेशा बालासाहेब और आनंद दिघे के शिवसैनिक रहेंगे. उन्होंने कहा कि हिंदुत्व का लगातार विरोध करने वाले लोगों के साथ हम कैसे रह सकते हैं. बालासाहब ने मुम्बई को दंगों में बचाया. ऐसी परिस्थिति में हम क्या करते. हमने बालासाहेब और दिघे साहब के हिंदुत्व और विकास का एजेंडा लिया है. अगर इनके इलाकों में विकास नहीं होगा तो हम क्या करेंगे

  2. उन्होंने कहा कि पहले आपने गद्दार कहा, पोस्टर जलाए, अब सब खत्म हुआ. हम 50 लोग हैं, हर कोई हजारों के वोट से जीता है, हर कोई समर्थ है, लेकिन हमने लड़ाई नहीं कि और ना ही कभी खून बहने देंगे और मर्यादित रहेंगे, लेकिन सहन करने की एक सीमा होती है. अब हर किसी को मैं कहता हूं कि आप मुख्यमंत्री हैं. मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि मैं मुख्यमंत्री हूं. हमारे सारे 50 मुख्यमंत्री हैं. अब लिखा पढ़ी ना करते हुए तुरंत फोन कर काम करते हैं.

  3. सीएम ने बाद में प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कहा कि कल हमने स्पीकर पद का चुनाव किया और अच्‍छे खासे बहुमत से जीत हासिल की. आज विश्वास प्रस्ताव भी हमने 164 बनाम 99 के बड़े अंतर से हासिल किया यानी वो 100 भी नहीं ला सके और इसे हम जीत चुके हैं.

  4. उन्‍होंने कहा कि हमारी सरकार बालासाहेब ठाकरे के हिंदुत्व के विचार और शिवसेना बीजेपी गठबंधन की सरकार है जो ढाई साल पहले ही स्थापित हो जानी चाहिए थी, लेकिन कल इसकी स्थापना हुई है

  5. हमारे 50 विधायकों को सरकार बनाने का निर्णय देवेंद्र फडणवीस ने दिया, उसके लिए बहुत दिलदारी लगती है. यह एक नई शुरुआत हो रही है जो लोगों को अपेक्षित है. लोगों को यह सरकार चाहिए थी लेकिन तब कुछ कारणों से नहीं हो सका लेकिन जो जनता ने चाहा, अब वो हुआ है. यह एक अच्छी शुरुआत है और लोकहित के निर्णय हम लेंगे. देवेंद्र फडणवीस ने बतौर मुख्यमंत्री क्या काम किया है, वह हमने देखा है

  6. मेट्रो के काम जो हम देख रहे हैं, वो 336 किलोमीटर लंबी है. रेलवे लोकल की क्या परिस्थिति है वो हम सभी को पता है. मेट्रो के ज़रिए हमें अच्छा विकल्प मिलेगा. अब तक कुछ कारणों से यह प्रोजेक्ट रुका हुआ था, अब इसे जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा.किसानों के कई काम रुके हुए थे, उसे पूरा किया जाएगा जिससे उन्हें फायदा है. महाराष्ट्र किसान आत्महत्या मुक्त हो, इस पर हम काम करेंगेण्‍ जो काम करना संभव होगा, वो हम करेंगे

  7. हमने एक बड़ी घोषणा की है. प्रधानमंत्री ने जो केंद्र सरकार का कर कम किया, राज्य ने पेट्रोल डीजल के टैक्स कम नहीं किये थे, यह भी जल्द से जल्द लिया जाएगा. फडणवीस जी ने पहले ही जलयुक्त शिवार पर आदेश देकर काम शुरू किया है. पीएम मोदी ने कहा है कि राज्य के विकास में कोई कमी नहीं होगी.

  8. शरद पवार बहुत बड़े नेता हैं, लेकिन वो जो कहते हैं, उसके विरुद्ध होता है. हम पूरे ढाई साल सरकार चलाएंगे और अगले चुनाव में अब जो 165 हैं, अगले चुनाव में दोनों पार्टियों के 100-100 आएंगे.पिछली सरकार की ओर से लिये निर्णय को हम रद्द नहीं करेंगे, लेकिन जल्दबाजी में या गलत तरीके से जो निर्णय लिए हैं, उनकी जांच की जाएगी.

  9. डिप्‍टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि आज महाराष्ट्र के विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव के मतदान में हमारे पक्ष में 164 वोट मिले, जबकि विरोध में 99 थे. हमने स्पीकर के पक्ष में आज भी विश्वास प्रस्ताव लाया, क्योंकि कल 12 बजकर 1 मिनट पर स्पीकर चुनकर आए और 12 बजकर 2 मिनट पर विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव दाखिल किया. यह इसलिए किया गया क्योंकि एकनाथ शिंदे को विधिमंडल नेता के तौर पर स्वीकार किया जाएगा और उनके पेटिशन खत्म ना हों, इसलिए यह किया गया.

  10. आज भरतशेठ गोगावले ने जो व्हिप जारी किया और उसका जिसने भी उल्लंघन किया, उन सभी पर कार्रवाई की जा सकती है. 18 तारीख से मॉनसून सत्र अधिवेशन का शुरुआत होना था लेकिन क्योंकि उस दिन राष्ट्रपति चुनाव हैं, इसलिए उस दिन यह सत्र नहीं होगा. नई तारीख का ऐलान जल्द किया जाएगा.