गुरुनानक जयंती पर बैंक बंद हैं...
नई दिल्ली:
2000 रुपये के नए नोट मंगलवार से कुछ एटीएम पर उपलब्ध हो जाएंगे. सरकार ने यह जानकारी सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी है. गुरुपर्व के मौके पर देश के अधिकांश हिस्सों में आज बैंक बंद होने के चलते नकदी के लिए परेशान लोगों की एटीएम के बाहर लंबी-लंबी कतारें देखी गई.
दस अहम बातें
- आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने कहा कि डाकखानों में नकदी की आपूर्ति बढ़ाई जा रही है. एटीएम को दो हज़ार के नए नोटों के अनुरुप बनाने के लिए स्पेशल टीम काम कर रही है. पांच सौ के नए नोट रविवार को ही बैंकों में आ गए थे.
- वित्त मंत्रालय द्वारा समीक्षा किए जाने के बाद अब चलन से बाहर हो चुके 500 और 1000 के पुराने नोटों को नए नोटों से बदलने की सीमा को 4000 रपये प्रतिदिन से बढ़ाकर 4500 रुपये प्रतिदिन कर दिया गया है.
- इसके अलावा एटीएम से नकदी निकालने की सीमा को 2000 रुपये प्रतिदिन से बढ़ाकर 2500 रुपये प्रतिदिन कर दिया गया है.
- ग्रामीण इलाकों में नए कैश मशीन लगाई जाएगी. साथ ही माइक्रो एटीएम भी लगाए जाएंगे जिसके सेंट्रल बैंक के सर्वर से कनेक्ट होने में कम बिजली की खपत होगी.
- कम से कम तीन महीने पुराने करंट अकाउंट से पैसा निकालने की सीमा 50 हज़ार रुपये प्रति हफ्ता हो गई है.
- सरकार के निर्देश देने के बाद बैंकों ने दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग से प्रबंध करने शुरू कर दिए हैं.
- पीएम मोदी ने गाज़ीपुर में हुई रैली में नोटबंदी पर अपनी बात रखते हुए कहा कि 500/1000 के नोटों को बंद करके आर्थिक भेदभाव को दूर किया है. वहीं उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि आपातकाल के दौरान पार्टी ने देशवासियों को 19 महीने के लिए जेल में डाल दिया था.
- वित्त मंत्रालय ने रविवार को जानकारी दी कि नोटबंदी के पहले चार दिन में बैंकों में 30 ख़रब रुपए जमा किया गया है.
- देश के कई हिस्सों में एटीएम और बैंकों के बाहर लोगों के बीच हाथापाई और तीखी बहसें होने की भी खबर है. रेस्तरां मालिक, छोटे व्यापारी, ट्रांसपोर्टर इत्यादि की हालत चिंताजनक है क्योंकि उनकी नकदी पर निर्भरता बहुत अधिक है.
- विपक्ष ने सरकार के इस कदम की आलोचना की है. अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस समेत ज्यादातर विपक्षी पार्टियों ने पीएम मोदी पर आम आदमी को मुसीबत में खड़ा करने के लिए कसूरवार बताया.