नोटबंदी का फैसला सुनाए जाने के बाद लगातार चौथा दिन एटीएम पर लगने वाली कतारें कम नहीं हुई हैं. नकदी की कमी से जूझ रही जनता रविवार को भी बैंकों और एटीएम के बाहर अपनी बारी के इंतज़ार में सुबह से ही खड़ी है. वहीं कुछ जगहों पर बैंक के बाहर हिंसा की खबरें भी आ रही है.
अहम बिंदू :
जनता के गुस्से के बीच वित्तमंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि घोषणा को गोपनीय रखने के लिए एटीएम को नए नोटों के हिसाब से व्यवस्थित नहीं किया गया था. उन्होंने कहा कि एटीएम को दुरुस्त करने का काम दो हफ्ते में पूरा हो जाएगा.
शनिवार को ही दिल्ली के कई इलाकों में एटीएम और बैंकों के बाहर लगी लाइनों में हिंसक वारदात की खबरें आई हैं.
दिल्ली के सब्ज़ी मंडी व्यापारियों का कहना है कि वे बाज़ार बंद करने के बारे में सोच रहे हैं क्योंकि नकद खत्म होता जा रहा है और बैंकों से सीमित नकदी ही निकाली जा सकती है.
मध्यप्रदेश में छतरपुर जिले के बरद्वाहा गांव में गांववालों ने कथित तौर पर नगदी खत्म होने और सरकारी उचित मूल्य की दुकान से पिछले कई महीने से अनाज नहीं मिलने से नाराज होकर दुकानों से अनाज लूट लिया.
विमुद्रीकरण के इस फैसले की विपक्ष ने कड़ी निंदा की है, दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसे बड़ा घोटाला करार दिया है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस कदम की आलोचना करते हुए कहा कि वह देश को बचाने के लिए अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी सीपीएम के साथ मिलकर काम करने को तैयार हैं.
उधर वित्तमंत्री ने विपक्ष की टिप्पणियों को गैर जिम्मेदाराना करार देते हुए कहा है कि अफवाहों को बढ़ावा दिया जा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि नोटबंदी अभी तक का सबसे बड़ा स्वच्छता अभियान है और यह देश के व्यापक हित के लिए बहुत जरूरी था.
विश्लेषकों ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि कम समय के लिए जब तक नए नोट बाज़ार में नहीं आएंगे, तब तक ग्राहक हाथ रोककर खर्चा करेगा लेकिन इसके दूरदर्शी परिणाम अच्छे होंगे और जीडीपी को बढ़ावा मिलेगा.
सरकार ने जनता से कहा है कि पांच सौ और हज़ार के नोटों को 30 दिसंबर तक बदला जा सकता है. आरबीआई ने कहा है कि बैंकों में पर्याप्त मात्रा में नकदी है और नए नोटों को देश भर में भेजने के लिए इंतज़ाम किए जा चुके हैं.
सरकार ने यह भी कहा है कि कुछ दिनों के लिए एटीएम से पैसे निकालने की सीमा सिर्फ दो हज़ार रुपए प्रतिदिन की गई है जिसे बाद में बढ़ाकर चार हज़ार कर दिया जाएगा. इस घोषणा से पहले एक बार में एक कार्ड से सिर्फ दस हज़ार रुपए नकद निकालने की सीमा तय की गई थी.