अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे युवा.
नई दिल्ली:
सैन्य भर्ती के लिए केंद्र द्वारा लाई गई अग्निपथ योजना के खिलाफ बीते तीन दिनों से देशभर में प्रदर्शन जारी है. इस बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने नई दिल्ली में सेना प्रमुखों के साथ मुलाकात की. मंगलवार को केंद्र की ओर से योजना और उससे जुड़े प्रक्रिया की घोषणा के बाद युवा सड़क पर उतर आए हैं, जिसके बाद से सरकार ने इस योजना से जुड़े दो और नए फैसले इसमें जोड़े हैं. पहला इसमें इस साल के लिए आयुसीमा को 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दिया गया था. वहीं, शनिवार को गृहमंत्रालय ने घोषणा की कि असम राइफल्स और केंद्रीय पुलिस बलों में अग्निवीरों के लिए 10 फीसदी आरक्षण रखा जाएगा.
अग्निपथ प्रदर्शन से जुड़े बड़े अपडेट्स
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना में भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ' योजना की घोषणा के बाद पैदा हुए हालात को लेकर थलसेना, नौसेना और वायुसेना के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और थलसेना उपप्रमुख जनरल बी एस राजू ने भाग लिया.
- इस बैठक के बाद रक्षा मंत्रालय के ट्विटर हैंडल से केंद्र की ओर से एक और प्रस्ताव की घोषणा की गई. ट्वीट में बताया गया कि रक्षा मंत्रालय ने अपने मंत्रालय के तहत होने वाली भर्तियों में अग्निवीरों को 10 फीसदी आरक्षण देने का ऐलान किया है. जानकारी के मुताबिक रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की तरफ से भी इस फैसले को मंजूरी मिल गई है. इससे पहले 'अग्निवीरों' को CAPF और असम राइफल्स में 10% आरक्षण देने का फैसला किया गया है.
- बैठक से पहले माना जा रहा था कि बैठक में अग्निपथ योजना को जल्द लागू करने और प्रदर्शनकारियों को शांत करने के तरीके खोजने पर ध्यान केंद्रित किया गया. थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे बैठक में भाग नहीं ले पाए, क्योंकि वह एक आधिकारिक दौरे पर हैदराबाद में हैं.
- इसके इतर, रक्षा मंत्री ने आज एक कार्यक्रम में इस योजना का बचाव करते हुए कहा कि इसे पूर्व सैनिकों के साथ व्यापक विचार-विमर्श के बाद लागू किया गया है और योजना के संबंध में राजनीतिक कारणों से 'भ्रम' फैलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह योजना सैनिकों की भर्ती प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी. उन्होंने कहा कि योजना के तहत भर्ती कर्मियों को दिए जाने वाले प्रशिक्षण की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
- उन्होंने कहा कि इस योजना को पूर्व सैनिकों के साथ लगभग दो साल तक विचार-विमर्श करने के बाद लागू किया गया है और इस संबंध में आम सहमति के आधार पर निर्णय लिया गया है. सिंह ने एक मीडिया समूह द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में कहा, "यह योजना सशस्त्र बलों की भर्ती प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव लेकर आएगी. कुछ लोग इसके बारे में गलतफहमी फैला रहे हैं. हो सकता है कि लोगों में कुछ भ्रम हो, क्योंकि यह एक नयी योजना है."
- 'अग्निपथ' के विरोध के बीच सरकार ने एक नया फैसला लिया है जिसके तहत'अग्निवीरों' को CAPF और असम राइफल्स में 10% आरक्षण मिलेगा. गृहमंत्री के कार्यालय ने अपने ट्विटर अकांउट से लिखा कि गृह मंत्रालय ने CAPFs और असम राइफल्स में होने वाली भर्तियों में अग्निपथ योजना के अंतर्गत 4 साल पूरा करने वाले अग्निवीरों के लिए 10% रिक्तियों को आरक्षित करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है.
- शनिवार को बिहार में युवा संगठनों ने बिहार बंद का आह्वान किया था, जिसका असर दिखा. यूपी-बिहार दोनों ही जगहों पर कई जगहों पर छिटपुट प्रदर्शन, आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं. जहानाबाद में प्रदर्शनकारियों ने जब्त वाहनों में आग लगा दी. साथ ही हंगामा शांत कराने मौके पर पहुंची पुलिस पर पथराव किया, जिसमें कई पुलिस वालों को चोटें आईं. डीएम एसपी घूम-घूमकर लोगों से घरों में रहने की अपील कर रहे हैं.
- आरा में वाम दलों के नेता और कार्यकर्ता बंद के समर्थन में सड़क पर हंगामा करते दिखे. पटना में भी तोड़फोड़ की खबर है. गौरतलब है कि युवा संगठनों के आह्वान को बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी और वाम दलों का साथ मिला है.
- आरजेडी की ओर से कहा गया कि केंद्र की अग्निपथ योजना से युवाओं में नाराजगी है. छात्र संगठनों ने 18 जून को बिहार बंद का आह्वान किया है. छात्रों द्वारा बंद के आह्वान को महागठबंधन के नेताओं ने समर्थन देने का फैसला लिया है. छात्रों के बंद को लेकर आरजेडी के प्रदेश कार्यालय में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के नेतृत्व में महागठबंधन में शामिल विभिन्न दलों के नेताओं की बैठक हुई है. गौरतलब है कि शुक्रवार को बिहार में युवाओं ने हिंसक प्रदर्शन किया. योजना में बदलाव के बावजूद नाराज युवा हंगामा करते दिखे. बक्सर, पटना, मुंगेर, लखीसराय, समस्तीपुर, बेतिया समेत अन्य जगहों से हंगामे की खबर सामने आई.
- सेना में भर्ती के लिए ‘अग्निपथ' योजना के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों में लगातार तीसरे दिन शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन जारी रहा. इसके तहत तेलंगाना के सिकंदराबाद में पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई. आक्रोशित युवाओं के प्रदर्शन के दौरान कई ट्रेनों में आग लगा दी गई, निजी, सार्वजनिक वाहनों, रेलवे स्टेशन में तोड़फोड़ की गई और राजमार्गों तथा रेलवे लाइन को अवरूद्ध कर दिया गया.