गृहमंत्री राजनाथ सिंह 9 महीने के बाद जम्मू के पत्रकारों से मिले और कहा कि यह मेरे लिए काफी सुखद रहा. उन्होंने कहा कि 'दो दिन की मेरी यात्रा काफी यादगार रही. कश्मीर में बच्चों से मिले और एलओसी पर भी गए. काफी लोगों से मिला और उनकी पीड़ा भी सुनी.' उन्होंने कहा कि यात्रा से दो-तीन दिन पहले ही कुछ फैसले लिए हैं जिसका वहां के लोगों ने स्वागत किया है. राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी के खिलाफ नक्सलियों की धमकी और रोहिंग्या शरणार्थियों पर भी अपनी बात कही. राजनाथ सिंह ने कहा कि कुल 9 नये बटालियन बनाए जाएंगे जिसमें 2 महिला बटालियन भी होगी. उन्होंने कहा कि सीमा पर रहने वाले जो भी भारतीय हैं उनको हम अपना स्ट्रैटेजिक एसेट्स मानते हैं. हम उनके हौसले को सलाम करते हैं. उन्होंने कहा कि गोलाबारी के दौरान पहले यह था कि केवल 3 पशुओं की मौत पर प्रति पशु 30 हजार रुपये मुआवजा मिलता था अब वह 50 हजार रुपये प्रति पशु मुआवजा दिया जाएगा और इसकी कोई सीमा नहीं होगी. चाहे जितने भी पशुओं की मौत होगी सभी का मुआवजा दिया जाएगा. गृहमंत्री ने कहा कि 14 हजार नये बंकर बनाए जाएंगे.
राजनाथ सिंह के प्रेस कांफ्रेंस की 10 बातें
कुल 9 नये बटालियन बनाए जाएंगे जिसमें 2 महिला बटालियन भी होगी. इसमें स्थानीय लोगों को तरजीह दी जाएगी. इसका रेश्यो 60 फीसदी और 40 फीसदी का होगा. इसमें 60 फीसदी स्थानीय होंगे.
सीमा पर बंकर बनाने के लिए 4015 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है. 14 हजार से ज्यादा नए बंकर बनाया जाना है जिसमें 13029 से ज्यादा कम्यूनिटी बंकर होंगे.
कश्मीर घाटी से विस्थापित लोगों को अब 13 हजार रुपये प्रति परिवार प्रतिमाह दिए जाएंगे. पहले 10 हजार रुपये प्रति परिवार प्रतिमाह दिए जाते थे.
गोलाबारी के दौरान पहले यह था कि चाहे जितने भी पशु मारे जाएं, केवल 3 पशुओं की मौत के लिए प्रति पशु 30 हजार रुपये मुआवजा मिलता था. अब वह 50 हजार रुपये प्रति पशु मुआवजा दिया जाएगा और इसकी कोई सीमा नहीं होगी. चाहे जितने भी पशुओं की मौत होगी, सभी का मुआवजा दिया जाएगा.
बुलेट प्रूफ एंबुलेंस मुहैया कराने का निर्णय लिया गया है. बॉर्डर इलाकों के लिए 5 बुलेट प्रूफ एंबुलेंस मुहैया कराए जाएंगे.
पीओके और छंब से विस्थापित 36 हजार से ज्यादा लोगों को प्रति परिवार साढ़े पांच लाख रुपये मुआवजा देने का निर्णय किया गया था जिसमें अभी तक 12 हजार से ज्यादा लोगों को मुआवजा दिया गया है. अब शेष बचे विस्थापितों को भी यह मुआवजा दिया जाएगा. जम्मू में रह रहे विस्थापितों को भी यह मुआवजा मिलेगा.
प्रधानमंत्री मोदी को मिली धमकी पर गृहमंत्री ने कहा कि नक्सली अपनी हारी हुई लड़ाई लड़ रहे हैं. अब वो सिर्फ 10 जिलों में ज्यादा सक्रिय है. इसका भी निदान हो जाएगा.
रोहिंग्या शरणार्थियों के मसले पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इससे जुड़ी समस्या से प्रभावित राज्यों को सूची उपलब्ध कराने को कहा गया है. हम इस सूची को विदेश विभाग के साथ शेयर करेंगे और फिर वो म्यांमार सरकार से बात कर उन्हें वापस भेजने का काम करेंगे.
हम अपने पड़ोसी मुल्क से अच्छे रिश्ते चाहते हैं. पाकिस्तान भी पड़ोसी मुल्क है और उम्मीद करते हैं वह भी इस बात को समझेगा. बातचीत करने के लिए लाइट माइंडेड होने की जरूरत नहीं है बल्कि राइट माइंडेड होने की जरूरत है.
सीज फायर से कश्मीर में कुछ बेहतर स्थिति है. वहां के स्टेडियम में 5 हजार बच्चे शरीक हुए. स्थानीय लोग भी शामिल हुए. सड़कों पर स्थिति समान्य है.