हिन्दू धर्म में मान्यताओं के अनुसार मां दुर्गा को शक्ति और पापियों का दमन करने वाली देवी के रुप में दर्शाया गया है. इनके नौं स्वरुप है जिनमें उनके प्रत्येक रुप में प्रत्येक देवी के अलग-अलग वाहन व अलग-अलग अस्त्र- शस्त्र है. पर ऐसा कहा जाता है कि ये सभी एक ही हैं. मां दुर्गा के इन सभी स्वरूपों को दुर्गा कहा जाता है. मां दुर्गा की कृपा अपरंपार है वे सिंह की सवारी करती हैं उनको युद्ध की देवी भी कहा जाता है. तो आइये आज हम आपको बताते हैं मां दुर्गा के बारे में...
मां शक्ति:-
मां शक्ति:-
- ऐसी मान्यता है कि देवताओं की राक्षसों से रक्षा करने के लिए मां दुर्गा की उत्तपत्ति हुई. मां दुर्गा के कई नाम होने पर भी दो नाम गौरी और काली मुख्य हैं. देवी गौरी का स्वरूप बेहद सुन्दर और शान्त है, तो वहीं उनका सबसे विकराल रूप है मां काली का...
- मान्यताओं के अनुसार गले में नर मुन्डों की माला और हाथों में शस्त्र लिए मां काली एक विकराल रूप में पापियों की बली लेती है.
- हिन्दुओं की प्रमुख देवी हैं मां दुर्गा. वे शक्ति का प्रतीक हैं. हिंदू धर्म की प्रमुख देवी दुर्गा की तुलना परम ब्रह्म से की जाती है.
- दुर्गा को युद्ध करने वाली देवी माना गया है. मान्यता है कि वे शान्ति, समृद्धि और धर्म के मार्ग पर भटकने वाले और राक्षसी शक्तियों का नाश करती हैं. यही वजह है कि उन्हें शक्ति की देवी भी माना जाता है.
- हिंदू मान्यता के अनुसार मां दुर्गा को भगवान शिव की पत्नी यानी माता पार्वती का ही एक रूप माना जाता है. उपनिषदों में मां दुर्गा को उमा हैमवती यानी हिमालय की पुत्री के रूप में वर्णित किया गया है. वहीं विश्व प्रसिद्ध हिन्दू पुराणों में मां दुर्गा को आदिशक्ति कहा गया है.
- भारत के पडोसी देश नेपाल के कई मंदिरों में मां दुर्गा की पूजा की जाती है. हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार हर औरत में मां दुर्गा का वास होता है, साथ ही स्त्रियों और छोटी कन्याओं को सम्मान देने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं