
Mohini avatar story : हर साल शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोहिनी एकादशी मनाई जाती है. इस साल 8 मई दिन गुरुवार को मोहिनी एकादशी व्रत रखा जाएगा. आपको बता दें कि इस तिथि पर ही जगत के पालन हार ने मोहिनी का रूप धारण किया था. वैसे भगवान विष्णु ने समय-समय पर कई अवतार लिए हैं, लेकिन मोहिनी अवतार (kab hai mohini ekadashi) विशेष है. आज के इस आर्टिकल में हम उसी कहानी (mohine ekadashi significance) के बारे में जानेंगे...
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भगवान विष्णु ने मोहिनी अवतार क्यों लिया - (Why did Lord Vishnu take the form of Mohini?)
भगवान विष्णु ने एक सुंदर स्त्री का अवतार लिया था, जिसे देखकर देवता और राक्षस भ्रम में आ गए थे. जब दानवों ने अमृत कलश को अपने कब्जे में लेने की कोशिश की तब अमृत कलश को सुरक्षित देवताओं तक पहुंचाने के लिए भगवान ने मोहिनी अवतार लिया था और चतुराई से अमृत देवताओं के बीच बांट दिया था. इसके बाद से देवताओं को अमरत्व प्राप्त हुआ.
मोहिनी अवतार का महत्व (Mohini Avatar significance Of Lord Vishnu)
भगवान विष्णु का हर अवतार इस बात का संकेत है कि जब भी धर्म संकट में आएगा तो भगवान प्रकट होंगे और धर्म की रक्षा करेंगे. मोहिनी अवतार इस बात का संकेत है कि सही समय पर चतुराई से काम लिया जाए तो काम सही हो सकता और बड़ी परेशानी को टाला जा सकता है.
मोहिनी एकादशी पारण का समय 2025 - Mohini Ekadashi Parana Time 2025
मोहिनी एकादशी व्रत के पारण का समय 09 मई, 2025 को रखा जाएगा. पारण का शुभ मुहूर्त सुबह 5:34 मिनट से सुबह 8:16 मिनट तक रहेगा. इस दौरान आप भगवान विष्णु का ध्यान करके व्रत खोल सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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