Shradh 2023 : पितृ पक्ष, जिसे श्राद्ध के नाम से भी जाना जाता है, 16 दिनों की अवधि है जो अनंत चतुर्दशी के बाद शुरू होती है. पितृ पक्ष अश्विनी महीने में कृष्ण पक्ष या चंद्रमा के घटते चरण के दौरान पूर्णिमा तिथि या पूर्णिमा के दिन शुरू होता है. पितृ पक्ष के 16 दिनों में पितरों का श्राद्ध करने का काम किया जाता है. यह कार्य पितरों की आत्मा की शांति के लिए किया जाता है. ऐसे में चलिए जानते हैं इस बार कब शुरू हो रहा है श्राद्ध पक्ष.
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कब से शुरू हो रहा पितृ पक्ष- इस साल पितृपक्ष 28 सितंबर से शुरू होकर 14 अक्टूबर को समाप्त होगा.
क्यों करते हैं पितृपक्ष में श्राद्ध
- ऐसा मान्यता है कि अगर हमारे पूर्वजों की आत्मा को विधि-विधान से संतुष्टि नहीं मिलती है तो उन्हें मुक्ति नहीं मिलती है और मृत्यु के बाद उनकी आत्मा भटकती रहती है.
- वैदिक ज्योतिष के अनुसार, भाद्रपद माह की पूर्णिमा को पृथ्वी ग्रह पर देवता उत्तर (गोल) की ओर चले जाते हैं और दक्षिण (गोल) चंद्र लोक के साथ पृथ्वी के करीब से गुजरता है.
- हमारे पूर्वजों की आत्माएं साल भर इस महीने का इंतजार करती हैं. वे अपनी मृत्यु तिथि पर चंद्रलोक से होते हुए दक्षिण दिशा में अपने घर के द्वार पर पहुंचते हैं और उनका (प्रसाद) सम्मान प्राप्त करके, वे खुशी-खुशी अपनी नई पीढ़ी को छोड़ देते हैं और उन्हें आशीर्वाद देते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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