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Rabindranath Tagore Jayanti 2025 : आज रवींद्रनाथ टैगोर की 164वीं जयंती, यहां जानिए इनके 15 अनमोल विचार

आज हम आपको यहां पर रवींद्रनाथ टैगोर से जुड़े अनमोल विचार आपके साथ साझा करने जा रहे हैं, जो आपके जीवन का मार्गदर्शन करने में मदद कर सकते हैं...

Rabindranath Tagore Jayanti 2025 : आज रवींद्रनाथ टैगोर की 164वीं जयंती, यहां जानिए इनके 15 अनमोल विचार
विश्वविद्यालय महापुरुषों के निर्माण के कारख़ाने हैं और अध्यापक उन्हें बनाने वाले कारीगर हैं.

Rabindranath Tagore Jayanti 2025 : हर साल बंगाली महीने वैशाख (आमतौर पर अप्रैल या मई) के 25वें दिन रवींद्रनाथ टैगोर जयंती मनाई जाती है. यह दिन रवीन्द्रनाथ टैगोर  के साहित्य, संगीत, कला और शिक्षा में उनके असाधारण योगदान का सम्मान करता है. कोलकाता में सन 1861 में जन्मे रवींद्रनाथ टैगोर भारतीय सांस्कृतिक पुनर्जागरण में अग्रणी भूमिका निभाई. आपको बता दें कि टैगोर बंगाली साहित्य और राजनीति के क्षेत्र में अपने योगदान के लिए प्रसिद्ध हैं. उनकी कविताओं, लघु कथाओं, गीतों, नाटकों और उपन्यासों को आज भी कला के विभिन्न क्षेत्रों में विश्लेषण दिया जाता है. ऐसे में आज हम आपको यहां पर रवींद्रनाथ टैगोर से जुड़े अनमोल विचार आपके साथ साझा करने जा रहे हैं, जो आपके जीवन का मार्गदर्शन करने में मदद कर सकते हैं...

रवींद्रनाथ टैगोर कोट्स - Rabindranath Tagore Quotes

  1. जीवन की चुनौतियों से बचने की बजाए उनका निडर होकर सामना करने की हिम्मत मिले, इसकी प्रार्थना करनी चाहिए.
  2. यदि आप सभी त्रुटियों के लिए दरवाजा बंद कर दोगे तो सच अपने आप बाहर बंद हो जाएगा.
  3. जिस तरह घोंसला सोती हुई चिड़िया को आश्रय देता है उसी तरह मौन तुम्हारी वाणी को आश्रय देता है.
  4. विश्वविद्यालय महापुरुषों के निर्माण के कारख़ाने हैं और अध्यापक उन्हें बनाने वाले कारीगर हैं.
  5. संगीत दो आत्माओं के बीच अनंत भरता है.
  6. तथ्य कई हैं, लेकिन सच एक ही है.
  7. दोस्ती की गहराई परिचित की लंबाई पर निर्भर नहीं करती.
  8. आप समुद्र के किनारे खड़े होकर और उसके जल को घूरकर पार नहीं कर सकते हैं.
  9. तितली महीने की नहीं, बल्कि प्रत्येक क्षण की गिनती करती है। उसके पास पर्याप्त समय होता है.
  10. जो लोग अच्छाई करने में स्वयं को ज्यादा व्यस्त रखते हैं, वह स्वंय को अच्छा बनने के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं.
  11. आस्था वो पक्षी है जो भोर के अँधेरे में भी उजाले को महसूस करता है.
  12. जब हम विनम्र होते हैं तो तब हम महानता के सबसे नजदीक होते हैं.
  13. हम महानता के सबसे करीब तब आते हैं जब हम विनम्रता में महान होते हैं.
  14. कलाकार खुद को कला में उजागर करता है कलाकृति को नहीं.
  15. हम दुनिया में तब जीते हैं जब हम इस दुनिया से प्रेम करते हैं.

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