Solar Eclipse 2024: सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है जो तब होती है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के मध्य से होकर गुजरता है. सूर्य ग्रहण कई अलग-अलग तरह के होते हैं, जैसे पूर्ण सूर्य ग्रहण, वलयाकार सूर्य ग्रहण और आंशिक सूर्य ग्रहण. वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो ग्रहण लगना किसी उत्सव से कम नहीं है और इसका विशेष धार्मिक महत्व भी है. धार्मिक मान्यतानुसार ग्रहण लगने पर बहुत से कामों को करने की मनाही हो जाती है और ग्रहण लगने के कुछ घंटों पहले से ही सूतक काल (Sutak Kaal) शुरू हो जाता है. साल का पहला सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) जहां अप्रैल के महीने में लगा था वहीं दूसरा सूर्य ग्रहण आने वाले अक्टूबर के महीने में लगने वाला है. जानिए इस सूर्य ग्रहण की तारीख, समय, प्रकार, सूतक काल और किन-किन जगह से इसे देखा जा सकेगा.
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कब लगेगा साल 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण | Second Solar Eclipse Of 2024 Date
अगला सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर, बुधवार के दिन लगने वाला है. नई दिल्ली के समयानुसार इस सूर्य ग्रहण की शुरुआत का समय रात 9 बजकर 12 मिनट होगा, पूरी तरह से यह 10 बजकर 20 मिनट पर देखा जा सकेगा, मैक्सीमम ग्रहण 12 बजकर 15 मिनट पर होगा और इस ग्रहण की समाप्ति अगला दिन शुरु हो जाने के बाद यानी 3 अक्टूबर की सुबह 3 बजकर 17 मिनट पर हो जाएगी.
यह किस तरह का सूर्य ग्रहण होगा?
साल का दूसरा सूर्य ग्रहण वलयाकार सूर्य ग्रहण (Annular Solar Eclipse) होने वाला है. वलयाकार सूर्य ग्रहण वो ग्रहण होता है जिसमें चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है लेकिन चंद्रमा का आकार सूर्य से छोटा होता है जिस चलते सूर्य का मध्य भाग तो चंद्रमा से ढक जाता है लेकिन बाहरी आकृति रिंग की या छल्ले की तरह दिखाई पड़ती है. इसीलिए वलयाकार सूर्य ग्रहण को रिंग ऑफ फायर (Ring Of Fire) यानी आग का छल्ला भी कहा जाता है.
कहां-कहां से देखा जा सकेगा सूर्य ग्रहण?
वलयाकार सूर्य ग्रहण को चिली और अर्जेटीना से पूरी तरह से देखा जा सकेगा. यह ग्रहण आंशिक तौर पर अंटार्कटिका, फिजी, किरिबाती, मेक्सिको, फ्रेंच पोलिनेशिया, बोलिविया, अमेरिकन समोआ, ब्राजील, न्यूजीलैंड, पेरु, समोआ, टोंगा, उरुगवे और यूनाइटेड स्टेट्स समेत संसार के कुछ हिस्सों से देखा जा सकेगा.
क्या भारत से सूर्य ग्रहण दिखेगा?
भारत (India) से इस सूर्य ग्रहण को नहीं देखा जा सकेगा. भारत में अब सीधा 21 मई, 2031 में सूर्य ग्रहण देखा जा सकेगा. इससे पहले लगने वाला कोई सूर्य ग्रहण भारत से नहीं दिखेगा.
सूतक काल लगेगा या नहीं?
सूतक काल को अशुभ समय कहा जाता है. सूतक काल धार्मिक तौर पर वहां मान्य होता है जहां सूर्य ग्रहण लगने वाला है या जहां से देखा जा सकता है. इस चलते भारत में इस सूर्य ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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