Vaishakh Amavasya: आज अमावस्या पर लगने वाला है साल का पहला सूर्य ग्रहण, जानिए पूजा का मुहूर्त 

Surya Grahan 2023: इस साल का पहला सूर्य ग्रहण वैशाख अमावस्या के दिन लग रहा है. जानिए वैशाख अमावस्या के पूजा मुहूर्त और ग्रहण के सूतक काल के बारे में. 

Vaishakh Amavasya: आज अमावस्या पर लगने वाला है साल का पहला सूर्य ग्रहण, जानिए पूजा का मुहूर्त 

Vaishakh Amavasya 2023: वैशाख अमावस्या और सूर्य ग्रहण पड़ रहे हैं एक दिन. 

Amavasya 2023: वैशाख का महीना विशेष धार्मिक महत्व रखता है. माना जाता है कि वैशाख के ही माह में त्रेता युग का आरंभ हुआ था. इस माह में कई त्योहार आदि भी पड़ते हैं. वहीं, वैशाख अमावस्या (Vaishakh Amavasya) की विशेष मान्यता है. इस दिन धर्म-कर्म के काम किए जाते हैं और पितरों के तर्पण के साथ ही स्नान व दान करने का विशेष महत्व होता है. इस साल वैशाख अमावस्या के दिन ही साल का पहला सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) भी लग रहा है. 20 अप्रैल के दिन यह विशेष संयोग होगा. जानिए किस मुहूर्त में वैशाख अमावस्या की पूजा की जा सकेगी और सूर्य ग्रहण किस समय लगेगा.

Surya Grahan 2023 : इस बार तीन रूपों में नजर आएगा साल का पहला सूर्य ग्रहण, 100 साल बाद बन रहा ऐसा संयोग

वैशाख अमावस्या शुभ मुहूर्त | Vaishakh Amavasya Shubh Muhurt 

20 अप्रैल, गुरुवार को वैशाख अमावस्या पड़ रही है. वैशाख अमावस्या की पूजा से कालसर्प दोष, पितरों की शांति और गृह दोष में लाभ मिलता है. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करना भी शुभ मानते हैं. दान, स्नान, जप-तप और पितरों का पिंडदान करना भी इस दिन बेहद शुभ माना जाता है. 9 अप्रैल सुबह 11 बजकर 20 मिनट से वैशाख अमावस्या शुरू हो रही हो जोकि अगले दिन 20 अप्रैल सुबह 9 बजकर 41 मिनट तक रहेगी. स्नान व दान (Snan-daan) आदि 20 अप्रैल के दिन ही किया जाएगा.

शुभ योग की बात करें तो वैशाख अमावस्या के दिन सुबह 6 बजकर 18 मिनट से रात 11 बजकर11 मिनट तक सर्वाद्ध सिद्ध योग रहने वाला है. इस दिन प्रीति योग का समय दोपहर 1 बजकर 1 मिनट से मध्य रात्रि तक माना जाता है. इस शुभ योग में स्नान व दान करने से शुभ फल की प्राप्ति हो सकती है. 

सूर्य ग्रहण का समय 

साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल सुबह 7 बजकर 4 मिनट से 12 बजकर 29 मिनट तक लगेगा. इस सूर्य ग्रहण को भारत से नहीं देखा जा सकेगा जिस कारण इसका सूतक काल (Sutak Kaal) मान्य नहीं होगा. सूतक काल का अर्थ होता है वह समय जिस समय सूर्य ग्रहण लगता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार सूतक काल को अशुभ माना जाता है जिस चलते सूतक काल के दौरान विशेष बातों का ध्यान रखना अनिवार्य होता है. इस सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) का कोई सूतक काल नहीं होगा इसलिए किसी तरह की सावधानी नहीं बरतनी होगी. 

इस साल लगने वाला दूसरा सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर के दिन लगेगा. 2023 में कुल चार ग्रहण लगने वाले हैं जिनमें से 2 सूर्य ग्रहण होंगे और अन्य 2 चंद्र ग्रहण होने वाले हैं. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

ब्लैक जैकेट...चेहरे पर मुस्कुराहट, मुंबई एयरपोर्ट पर स्पॉट हुईं परिणीति चोपड़ा

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com