
Benefits of Shiv Puja: देवों के देव यानि महादेव (mahadev linga) की साधना-आराधना के लिए श्रावण मास को सबसे ज्यादा शुभ और पुण्यदायी माना गया है. यही कारण है कि न सिर्फ हर शिव भक्त को बल्कि बड़े-बड़े सिद्ध योगियों को भी इस पावन मास का पूरे साल इंतजार करता है. हिंदू मान्यता के अनुसार यदि कोई व्यक्ति इस पूरे मास श्रद्धा और विश्वास के साथ शिवलिंग पर गंगा जल (ganga jal on shivling) या पवित्र जल मात्र भी चढ़ाता है तो औघड़दानी शिव उस पर प्रसन्न होकर अपनी पूरी कृपा बरसाते हैं. भगवान शिव ऐसे देवता हैं जिनकी साकार और निराकार दोनों तरह से पूजा की जाती है. आइए श्रावण मास में शिव की साधना के उन बड़े लाभ के बारे में विस्तार से जानते हैं, जो सिर्फ जल और पत्र मात्र चढ़ाने से साधक को प्राप्त होते हैं.
23 या 24 आखिर कब पड़ेगी शिवरात्रि और किस समय चढ़ेगा भोले बाबा को जल? जानें सिर्फ एक क्लिक में
1. शिव के आशीर्वाद से दूर होंगे सारे भय
भगवान शंकर को मृत्यु पर विजय पाने वाले देवता के रूप में पूजा जाता है. उनका एक नाम मृत्युंजय भी है. महामृत्युंजय मंत्र (Mahamrityunjay Mantra) के बारे में मान्यता है कि रुद्राक्ष की माला से इसका जप करने पर व्यक्ति सभी प्रकार के भय से मुक्त हो जाता है. साधक को अकाल मृत्यु का भय कभी स्वप्न में भी नहीं सताता है. महादेव की पूजा में जपा जाने वाला यह पावन मंत्र व्यक्ति को सभी प्रकार के अनहोनी से बचाता है.

2. शिव साधक का हमेशा भरा रहता है धन का भंडार
भगवान शिव (Lor Shiva) को कुबेर का अधिपति माना गया है. यही कारण है कि भगवान शिव की साधना सुख-संपत्ति के साथ धन से जुड़ी मनोकामना को पूरा करने वाली मानी गई है. किसी कारणवश यदि आपसे धन की देवी रूठ गई हैं तो आप इस पावन श्रावण मास में शिव साधना करके उनकी कृपा भी प्राप्त कर सकते हैं.
3. शिव साधना से दूर होंगे सारे रोग-शोक
हिंदू मान्यता के अनुसार भगवान शिव की पूजा सभी प्रकार के रोग-शोक और ताप को दूर करने वाली है. द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक देवघर स्थित वैद्यनाथ धाम (Baidyanath Dham) ऐसी ही कामनाओं को पूरा करने वाला माना गया है. यह पावन स्थान है जहां पर शिव भक्तों को आरोग्यता का वरदान मिलता है. मान्यता है कि इस शिव स्थान के दर्शन, पूजन और सुमिरन मात्र से साधक हमेशा स्वस्थ, संपन्न, सुखी और निरोगी रहता है.

4. महादेव की पूजा से मिलेगा मोक्ष का वरदान
सनातन परंपरा में शिव को कल्याण का देवता माना गया है. हिंदू मान्यता के अनुसार प्रतिदिन तन और मन से पवित्र होकर शिव साधना करने वाले साधक पर हर समय महादेव की कृपा बनी रहती है. ऐसा साधक शिव के समान ही तेज को प्राप्त करता है और सभी सुखों को भोगते हुए अंत समय में शिवत्व में लीन हो जाता है, अर्थात् वह जन्म-मरण के चक्र से मुक्त होकर मोक्ष को प्राप्त होता है.
5. तब मिलता है सुखी दांपत्य और संतान सुख
सनातन परंपरा में भगवान शिव एक ऐसे देवता हैं जिनका भरा-पूरा परिवार है. यही कारण है कि सुखमय वैवाहिक जीवन और संतान सुख की प्राप्ति के लिए शिव साधना अत्यंत ही शुभ और फलदायी मानी गई है. यदि आप भी इनमें से किसी भी सुख से अब तक वंचित हैं और अपने परिवार में प्रेम और सामंजस्य बने रहने की कामना करते हैं तो आपको पूरे श्रावण मास में शिव परिवार की विशेष रूप से साधना-आराधना करनी चाहिए.

6. भोले की पूजा से चमकेगी किस्मत
हिंदू धर्म में रुठे भाग्य (Luck) को मनाने के लिए शिव साधना को बड़ा उपाय बताया गया है. मान्यता है कि श्राावण मास में की जाने वाली शिव साधना जीवन से जुड़ी सभी अड़चनों को दूर करते हुए किस्मत संवार देती है. यही कारण है कि इस पावन मास में हर शिवालय में भोले के भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है.
7. शत्रुओं पर विजय दिलाती है शिव साधना
कालों का काल यानि महाकाल कहे जाने वाले महादेव की साधना साधक को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता और विजय दिलाती है. यदि आप जीवन में किसी शत्रु अथवा बाधा को लेकर परेशान चल रहे हैं तो आपके लिए शिव साधना (shiva sadhana) अत्यंत ही कल्याणकारी है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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