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This Article is From Aug 11, 2022

Raksha Bandhan 2022: रक्षा बंधन पर 200 साल बाद बना ग्रहों का दुर्लभ संयोग, राखी बांधने के लिए ये है सबसे शुभ मुहूर्त

Raksha Bandhan 2022: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रक्षा बंधन पर इस बार खास संयोग बन रहा है. ऐसे में राखी बांधने के लिए ये शुभ मुहूर्त खास माना जा रहा है.

Raksha Bandhan 2022: रक्षा बंधन पर 200 साल बाद बना ग्रहों का दुर्लभ संयोग, राखी बांधने के लिए ये है सबसे शुभ मुहूर्त
Raksha Bandhan 2022: रक्षा बंधन पर पर भद्रा का साया रहने वाला है.

Raksha Bandhan 2022: रक्षा बंधन का त्योहार इस साल 11 अगस्त को यानी आज पूरे देश में मनाया जा रहा है. रक्षा बंधन (Raksha Bandhan) का यह पर्व भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक माना जाता है. इस शुभ अवसर पर बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं. साथ ही ऐसे करते हुए उनकी कुशलता की कामना करती हैं. सावन पूर्णिमा (Sawan Purnima) पर मनाया जाने वाला रक्षा बंधन का त्योहार इस बार बेदह खास रहने वाला है. ज्योतिष शास्त्र के जानकरों के मुताबिक इस बार रक्षा बंधन पर 200 साल बाद बेहद खास संयोग बना है.

रक्षा बंधन पर 200 साल बाद ग्रहों का दुर्लभ संयोग

ज्योतिषि शास्त्र के जानकारों का मानना है कि रक्षा बंधन पर इस साल ग्रहों की विशेष स्थिति बनी है. सावन पूर्णिमा पर इस बार गुरुदेव बृहस्पति और ग्रहों के सेनापति शनि वक्री अवस्था में अपनी-अपनी राशियों में विराजमान हैं. ग्रहों का ऐसा अद्भुत संयोग तकरीबन 200 साल बाद बना है. जब भी किसी ग्रह की चाल उल्टी होती है तो उसे वक्री ग्रह कहा जाता है. इसके अलावा रक्षाबंधन पर शंख, हंस और सत्कीर्ति नामक राजयोग भी बने हैं. साथ ही इस दिन अभिजीत मुहूर्त, विजय मुहूर्त और अमृत काल, प्रदोष काल जैसी शुभ घड़ियां भी होंगी. इस वजह से रक्षा बंधन पर्व का महत्व और भी अधिक बढ़ गया है. इन बातों का ध्यान रखते हुए भाई की कलाई पर राखी बांध सकती हैं. कुछ लोग 12 अगस्त को राखी का त्योहार मनाने के बारे में सोच रहे हैं. ऐसे लोग 12 अगस्त को सुबह 07 बजकर 05 मिनट तक ही राखी का त्योहार मना सकते हैं, क्योंकि इसके बाद पूर्णिमा तिथि समाप्त हो जाएगी.

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भद्रा काल में भूल से भी ना बांधे राखी

ज्योतिष के जानकार और पंडितों के मुताबिक गुरुवार को भद्रा काल सुबह 10 बजकर 39 मिनट से शुरू हो रही है. जबकि भद्रा काल का समाप्ति रात 8 बजकर 52 पर होगी. ज्योतिष के जानकार ऐसा बता रहे हैं कि भद्रा का वास चाहे आकाश में रहे या स्वर्ग में, जब तक भद्रा काल पूरी तरह खत्म न हो जाए तब तक राखी नहीं बांधनी चाहिए.

राखी बांधने के लिए क्या है मुहूर्त 

  • 11 अगस्त- पुच्छ काल में शाम 5:07 से 6:19
  • 11 अगस्त- चर चौघड़िया में रात 8:52 से 9:48 तक
  • 11 अगस्त- प्रदोष काल में रात 8:52 से 9:15 तक

इन चीजों की कर सकते हैं खरीदारी

ज्योतिष शास्त्र के अनसार, 11 अगस्त को पूर्णिमा और श्रवण नक्षत्र के साथ-साथ गुरुवार का शुभ संयोग बना है. इस शुभ संयोग के बारे में ज्योतिष शास्त्र के जानकारों का कहना है कि यह शुभ मुहूर्त खारीदारी के लिए बेहद शुभ है. इसके साथ ही इस शुभ मुहूर्त में वाहन, प्रॉपर्टी, ज्वेलरी, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक सामान सहित अन्य वस्तुओं की खरीदारी करना शुभ रहेगा. साथी ही इस शुभ संयोग में खरीदे गए सामान लंबे समय तक फायदा देगा. इसके अलावा यह शुभ योग किसी भी नए कार्य की शुरुआत के लिए अच्छा है. ऐसे में इस दिन नए व्यापार को शुरू करना, नौकरी ज्वॉइन करना जैसे कार्य भी किए जा सकते हैं.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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