Panchmukhi Deepak: अक्सर पूजा-पाठ (Puja Path) के दौरान दीपक (Deepak) का इस्तेमाल किया जाता है. मान्यता है कि दीपक (Deepak) के बिना पूजा अधूरी रह जाती है. भगवान की पूजा (Worship of God) में दीपक (Diya) जलाने का विधान प्राचीन काल से है. कहा जाता है कि पूजा-पाठ के दौरान दीपक जलाने से नराकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. वैसे तो पूजा-पाठ के दौरन कई प्रकार के दीपक का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन पंचमुखी दीपक (Panchmukhi Deepak) का अलग महत्व बताया गया है. आइए जानते हैं हनुमान जी की पूजा (Worship of Hanuman Ji) में पंचमुखी दीपक (Panchmukhi Deepak) का क्या महत्व है.
हनुमान जी की पूजा में पंचमुखी दीपक का है खास महत्व
धार्मिक मान्यतानुसार, प्रत्येक मंगलवार को हनुमान जी की पूजा में उनके समक्ष पंचमुखी दीपक जलाने से घर में सुख-समृद्धि आती है. साथ ही हनुमान जी का आशीवर्वाद प्राप्त होता है. इसके अलावा घर की निगेटिव एनर्जी दूर होती है.
गाय के घी में जलाया जाता है पंचमुखी दीपक
पंचमुखी दीपक के बारे में कहा जाता है कि इसे गाय के घी में ही जालाना चाहिए. धार्मिक मन्यता है कि ऐसा करने से घर में बरकत बनी रहती है. इसके अलावा घर का वास्तु दोष भी दूर होता है, ऐसा कहा जाता है.
कब जलाएं पंचमुखी दीपक
प्रतिदिन सुबह और शाम की पूजा के बाद पंचमुखी दीपक घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर जलाया जाता है. कहा जाता है कि ऐसा करने से घर में धन की देवी मां लक्ष्मी का वास होता है. साथ ही उनके आशीर्वाद से घर-परिवार में धन-वैभव में बरकत होती रहती है. इसके अलावा मंगववार के दिन शाम के वक्त हनुमान जी के सामने घी का पंचमुखी दीपक जलाने से बजरंगबली की विशेष कृपा प्राप्त होती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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