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New year 2025 : नए साल का पहला Surya Grahan लगेगा इस तारीख को, नोट कर लीजिए सूतक टाइम

 ज्योतिष के अनुसार जब पृथ्वी और सूर्य के बीच में जब चंद्रमा आ जाता है, तो सूर्य की रोशनी पृथ्वी तक नहीं पहुंच नहीं पाती है; इस खगोलीय घटना को सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2025 date and time) कहते हैं.

New year 2025 : नए साल का पहला Surya Grahan लगेगा इस तारीख को, नोट कर लीजिए सूतक टाइम
उल्लेखनीय है कि साल 2024 में साल 4 ग्रहण देखने को मिलें. इनमें से 2 सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) और 2 चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) थे.

Solar eclipse 2025 : साल 2024 में दो सूर्य ग्रहण और 2 चंद्रग्रहण देखने को मिलें. अब लोगों को नए साल में कब कौन सा ग्रहण लगेगा जानने की उत्सुकता बढ़ गई है. ऐसे में हम आपको साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण (First solar eclipse of year 2025) कब लगेगा, कितने देर तक रहेगा, सूतक काल (sutak kal time 2025) की अवधि और भारत में नजर आएगा या नहीं के बारे में विस्तार से आर्टिकल में बता रहे हैं. 

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साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण का तारीख

साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण चैत्र माह के कृष्ण पक्ष अमावस्या के दिन यानी 29 मार्च को लगेगा. 

सूर्य ग्रहण की अवधि

सूर्य ग्रहण की शुरुआत 29 मार्च को दोपहर 02:20 मिनट पर होगी. वहीं, इसका समापन शाम 06:16 मिनट पर. 

साल का पहला सूर्य ग्रहण क्या भारत में नजर आएगा 

साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा. ऐसे में यहां सूतक काल (Surya Grahan Sutak Time)  मान्य नहीं होगा.

किन देशों में आएगा सूर्य ग्रहण 2025 नजर

एशिया, यूरोप, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका, आर्कटिक महासागर और अटलांटिक महासागर में दिखाई देगा.

सूर्य ग्रहण क्या है

 ज्योतिष के अनुसार जब पृथ्वी और सूर्य के बीच चंद्रमा आ जाता है तो सूर्य की रोशनी पृथ्वी तक नहीं पहुंच नहीं है, इस खगोलीय घटना को सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2025 date and time) कहते हैं.

उल्लेखनीय है कि साल 2024 में साल 4 ग्रहण देखने को मिलें. इनमें से 2 सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) और 2 चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) थे. साल 2024 पहला सूर्य ग्रहण सोमवार 08 अप्रैल को लगा था. दूसरा सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2024) बुधवार 2 अक्टूबर को लगा था. वहीं,  पहला चंद्र ग्रहण 25 मार्च 2024 होली (Holi)  के दिन और दूसरा चंद्र ग्रहण 18 सितंबर बुधवार को लगा था.

ग्रहण के दौरान क्या करें क्या नहीं

आपको बता दें कि हिंदू धर्म में ग्रहण को अशुभ माना जाता है. जितने देर तक ग्रहण रहता है उतने समय तक खाना बनाना, खाना, मंदिर में पूजा पाठ करने की मनाही है. यही नहीं ग्रहण के दौरान मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं. ग्रहण समाप्त होने के बाद साफ-सफाई करके फिर पूजा पाठ आरंभ होती है. ग्रहण के दौरान गर्भवती महिला को बाहर नहीं निकलना चाहिए. 

सूर्य ग्रहण के दौरान आपको मंत्र जाप करना चाहिए -

ऊँ घृणि: सूर्यादित्योम
ऊँ घृणि: सूर्य आदित्य श्री
ऊँ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय: नम:
ऊँ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नम:

मान्यता है मंत्र जाप करने से ग्रहण का असर आपके जीवन पर नहीं पड़ता है. वहीं, ग्रहण समाप्त होने के बाद मंदिर या गरीब लोगों में कपड़े और अनाज का दान करना चाहिए. इससे पूण्य प्राप्त होता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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