Navratri 2021 Date: शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri) की शुरुआत आश्विन महीने की प्रतिपदा तिथि से होती है. शारदीय नवरात्रि 2021 का आज दूसरा दिन है. पहले दिन मां दुर्गा के शैलपुत्री स्वरूप का पूजन किया गया. आज देवी ब्रह्मचारिणी का पूजन किया जा रहा है. शुद्ध आचरण और कठिन तप का नाम है माता ब्रह्मचारिणी. नवरात्रि 7 अक्टूबर से शुरू हो गये हैं. पहले दिन कलश स्थापना का विधान होता है. नवरात्रि के नौ दिन देवी के नौ रूपों की आराधना की जाती है. माना जाता है कि नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती का पाठ करना अति उत्तम होता है. मान्यता है कि जो लोग नवरात्रि में विधि-विधान से मां दुर्गा की पूजा करते हैं और दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं. मां उन पर अति प्रसन्न होती हैं और भक्तों के सभी कष्ट दूर करती हैं. उनके सारे मनोरथ पूरा करती है, लेकिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करते समय इन सावधानियों का ध्यान जरूर रखना चाहिए. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दुर्गा सप्तशती पाठ को कुल 13 अध्याय में बांटा गया है. इस पाठ को करने के लिए शास्त्रों में कुछ नियम व सावधानियां वर्णित है. जानिए दुर्गा सप्तशती पाठ करने के नियम और सावधानियां.
Navratri 2021 Date: दुर्गा सप्तशती का पाठ इस तरह करेंगे तो पाएंगे पुण्य और लाभ
दुर्गा सप्तशती का पाठ करने के नियम
- दुर्गा सप्तशती का पाठ करते समय शुद्धता का ध्यान रखना जरूरी है.
- सप्तशती का पाठ करने से पहले स्नान करना जरूरी है.
- पाठ करने से पहले साफ-सुथरे वस्त्र धारण करने चाहिए.
- कुशा के आसन पर बैठकर ही दुर्गा सप्तशती का पाठ करें. यदि कुशा का आसन न हो तो ऊन के आसन का इस्तेमाल करें.
- मंदिर पर गंगा जल छिड़क कर, दीपक जलाएं.
- पाठ शुरू करने से पहले गणेश जी व सभी देवगणों को प्रणाम करें.
- इसके साथ माथे पर चंदन या रोली का तिलक लगाएं.
- लाल पुष्प, अक्षत व जल मां को अर्पित करते हुए पाठ का संकल्प लें.
- पाठ को आरंभ करने से पहले उत्कीलन मंत्र का जाप करें.
- मंत्र को आरंभ और अंत में 21 बार जप करना चाहिए.
- मां दुर्गा का ध्यान करते हुए पाठ का आरंभ करें. इस तरह से मां दुर्गा सप्तशती का पाठ करने पर सभी मनोकामनाएं पूरी होती है.
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