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This Article is From Nov 30, 2022

Ekadashi December 2022: मोक्षदा एकादशी, प्रदोष व्रत और अखंड द्वादशी है इस दिन, जानें डेट और शुभ मुहूर्त

Ekadashi December 2022: दृक पंचांग के अनुसार 5 दिसंबर तक गीता जयंती और मोक्षदा एकादशी समेत ये प्रमुख व्रत-त्योहार पड़ेंगे. आइए जानते हैं मोक्षदा एकादशी, प्रदोष व्रत और अखंड द्वादशी की सही तिथि और शुभ मुहूर्त के बारे में.

Ekadashi December 2022: मोक्षदा एकादशी, प्रदोष व्रत और अखंड द्वादशी है इस दिन, जानें डेट और शुभ मुहूर्त
Ekadashi December 2022: 05 दिसंबर तक मोक्षदा एकादशी और गीता जयंती समेत पड़ेंगे ये व्रत-त्योहार.

Ekadashi December 2022: हिंदू धर्म की मान्यताओं में हर दिन कोई ना कोई व्रत या त्योहार पड़ते हैं. कहा जाता है कि हर दिन किसी ना किसी देवी या देवता से जुड़ा हुआ है और संबंधित देवी-देवताओं के लिए अमूमन हर रोज कोई ना की व्रत-त्योहार पड़ते ही हैं. दृक पंचांग के अनुसार, आने वाले एक हफ्ते में कई महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार पड़ने वाले हैं. जिसमें से एक मोक्षदा एकादशी भी है. जिसके अलावा इस दौरान प्रदोष व्रत और अखंड द्वादशी का व्रत भी रखा जाएगा. ऐसे में जानते हैं 05 दिसंबर तक पड़ने वाले प्रमुख व्रत-त्योहारों के बारे में.

05 दिसंबर, 2022 तक पड़ेंगे ये व्रत-त्योहार

30 नवंबर, बुधवार- तिथि- मार्गशीर्ष सप्तमी, अग्नि पंचक, भक्त नरसिंह मेहता जयंती

01 दिसंबर, गुरुवार- तिथि- मार्गशीर्ष अष्टमी

02 दिसंबर, शुक्रवार , तिथि- मार्गशीर्ष दशमी

03 दिसंबर, शनिवार, तिथि मार्गशीर्ष एकादशी- गीता जयंती, मोक्षदा एकादशी

04 दिसंबर, रविवार- मोक्षदा एकादशी पारण, गुरुवायुर एकादशी, वैष्णव मोक्षदा एकादशी, वैष्णव मोक्षदा एकादशी, मत्स्य द्वादशी, अखंड द्वादशी

05 दिसंबर, सोमवार- हनुमान जयन्ती, कन्नड़, प्रदोष व्रत

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गीता जयंती 2022 तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व | geeta jayanti 2022 


साल 2022 में गीता जयंती 03 दिसंबर को मनाई जाएगी. दृक पंचांग के अनुसार, इस साल गीता की 5159वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी. इसके साथ ही इस दिन मोक्षदा एकादशी का भी खास संयोग बन रहा है. एकादशी तिथि की शुरुआत 03 दिसंबर, 2022 को सुबह 5 बजकर 39 मिनट से शुरू हो रही है. वहीं एकादशी तिथि का समापन 4 दिसंबर को सुबह 5 बजकर 34 मिनट पर होगा. 

गीता जयंती का महत्व- हिंदू धर्म में गीता का बहुत महत्व है. गीता के उपदेश सिर्फ उपदेश नहीं बल्किो यह हमें जीवन जीने का तरीका सिखाते हैं. मान्यता के अनुसार कुरुक्षेत्र के मैदान में अर्जुन अपने विपक्ष में परिवार के लोगों और सगे-संबधियों को देखकर बुरी तरह भयभीत हो गए थे और वह उनके खिलाफ युद्ध करने को तैयार नहीं थे तब श्री कृष्ण ने गीता के माध्यम से अर्जुन को रिश्तों से उपर उठकर न्याय का साथ देने का उपदेश दिया. श्रीकृष्ण ने अर्जुन को उनके कर्तव्य और कर्म के बारे में बताया. उन्होंने आत्मा-परमात्मा से लेकर धर्म-कर्म से जुड़ी अर्जुन की हर शंका का निदान किया. भगवान श्रीकृष्ण और अर्जुन के बीच हुआ यह संवाद ही श्रीमद्भगवद गीता है. जिस दिन श्रीकृष्ण ने अर्जुन को उपदेश दिया उस दिन मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी थी. इसलिए इस एकादशी को मोक्षदा एकादशी भी कहा जाता है.

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मोक्षदा एकादशी 2022 तिथि और मुहूर्त | Mokshada Ekadashi 2022 date

मोक्षदा एकादशी- शनिवार, 3 दिसंबर 2022

एकादशी तिथि शुरू- दिसम्बर 03, 2022 को 05:39 ए एम बजे

एकादशी तिथि समाप्त - दिसम्बर 04, 2022 को 05:34 ए एम बजे

मोक्षदा एकादशी पारण तिथि- 4 दिसंबर 2022, रविवार, दोपहर 1.14 बजे से 3.19 तक

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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