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Masik Shivratri: नवंबर के महीने में कब रखा जाएगा मासिक शिवरात्रि का व्रत, जानिए भोलेनाथ की पूजा का मुहूर्त

Masik Shivratri Date: हर महीने पड़ने वाली शिवरात्रि को मासिक शिवरात्रि कहा जाता है. यहां जानिए नवंबर के महीने में कब रखा जाएगा मासिक शिवरात्रि का व्रत और किस तरह से पूजा की जा सकती है संपन्न. 

Masik Shivratri: नवंबर के महीने में कब रखा जाएगा मासिक शिवरात्रि का व्रत, जानिए भोलेनाथ की पूजा का मुहूर्त
Masik Shivratri Shubh Muhurt: मासिक शिवरात्रि पर किया जाता है महादेव का पूजन. 

Masik Shivratri 2024: शिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा की जाती है. साल में एक बार महाशिवरात्रि मनाई जाती है और हर महीने पड़ने वाली शिवरात्रि को मासिक शिवरात्रि कहा जाता है. पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष में मासिक शिवरात्रि का व्रत (Shivratri Vrat) रखा जाएगा. माना जाता है कि मासिक शिवरात्रि पर व्रत और भगवान शिव की पूजा करने पर भोलेनाथ की कृपा भक्तों पर पड़ती है. यहां जानिए नवंबर के महीने में कब रखा जाएगा मासिक शिवरात्रि का व्रत और किस शुभ मुहूर्त में संपन्न की जा सकती है मासिक शिवरात्रि की पूजा. 

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नवंबर में मासिक शिवरात्रि कब है | Masik Shivratri In November Date 

पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 29 नवंबर की सुबह 8 बजकर 39 मिनट से शूरू हो रही है और इस तिथि का समापन अगले दिन 30 नवंबर को हो जाएगा. ऐसे में मासिक शिवरात्रि पर शिव पूजा का शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurt) 29 नवंबर की रात 11 बजकर 41 मिनट से शुरू होकर 12 बजकर 25 मिनट तक रहेगा. 12 बजते ही दूसरा दिन यानी 30 नवंबर शुरू हो जाएगा. 

इस तरह कर सकते हैं पूजा संपन्न 

मासिक शिवरात्रि पर पूरे मनोभाव से शिव पूजा संपन्न की जाती है. आप मासिक शिवरात्रि पर भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखकर पूजा कर सकते हैं. माना जाता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने पर वैवाहिक जीवन खुशहाल रहता है, कुंवारी लड़कियों को अच्छा वर मिलता है और विवाह में आ रही अड़चनें दूर हो जाती हैं. 

पूजा करने के लिए सुबह उठकर स्नान पश्चात साफ कपड़े पहने जाते हैं. इसके बाद अपने आराध्य शिव को याद करते हुए भक्त शिवरात्रि का व्रत रखने का संकल्प लेते हैं. शिवरात्रि की पूजा करते हुए शिवलिंग पर गंगाजल, धूप, दीप, भोग और पुष्प आदि अर्पित किए जाते हैं. इसके बाद शिव आरती करके और भगवान शिव के मंत्रों का जाप करके पूजा संपन्न होती है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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