
Iskcon me janmashtami kab hai: देश ही नहीं दुनिया भर में फैले इस्कॉन मंदिर में हर साल जन्माष्टमी पर्व की अलग रौनक होती है. यदि बात करें देश की राजधानी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश स्थित इस्कॉन मंदिर की जिसे श्री राधा पार्थसारथी मंदिर भी कहा जाता है, उसमें इस साल कान्हा के जन्मोत्सव को मनाने की भव्य तैयारियां चल रही हैं. जन्माष्टमी पर्व पर दिल्ली के इस्कॉन मंदिर में इस साल क्या कुछ खास होने वाला है? भक्तों को मंदिर में कब से कब तक दर्शन और पूजन करने का समय मिलेगा, आइए इसे विस्तार से जानते हैं.
देशी-विदेशी फूलों से शोभायमान होगा इस्कॉन
दिल्ली के इस्कॉन मंदिर में इस साल जन्माष्टमी का महोत्सव 16 अगस्त 2025 को बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा. इस साल मंदिर को सजाने के लिए देशी-विदेशी फूलों का प्रयोग किया जा रहा है. मंदिर का प्रांगण इस साल थाईलैण्ड के ऑर्किड और बेंगलुरु-पुणे के फूलों से सुशोभित होगा.

रंग-बिरंगी लाइटों के बीच होंगे कान्हा के अद्भुत दर्शन
इस्कॉन भारत के कम्युनिकेशंस डायरेक्टर व्रजेन्द्र नंदन दास के अनुसार मंदिर की मूर्तियों का श्रृंगार वृंदावन के कुशल कारीगरों के द्वारा बनाए गये वस्त्रों एवं आभूषणों द्वारा होगा. रात्रि में रंग-बिरंगी लाइट की छटा कृष्ण भक्तों को आनंदित कर देगी. जन्माष्टमी के पावन पर्व पर भक्तों को मंदिर के भीतर कृष्ण लीला पर आधारित झांकियां देखने को मिलेंगी.
कब खुलेंगे भक्तों के लिए इस्कॉन के कपाट
जन्माष्टमी के दिन इस्कॉन मंदिर में प्रात:काल 04:30 बजे मंगल आरती होगी. इसके बाद 07:15 बजे दर्शन आरती होगी. आरती के बाद मंदिर के कपाट भक्तों के दर्शन के लिये दिन भर खुले रहेंगे. रात्रि को 09:30 बजे गेट नंबर 5 के भव्य पंडाल में महा अभिषेक होगा. रात्रि 11:30 बजे कान्हा को 1008 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगेगा. रात्रि के ठीक 12:00 बजे भगवान श्रीकृष्ण की महा आरती होगी. इन सभी के बीच मंदिर प्रांगण में प्रात:काल से ही हरे कृष्ण महामंत्र का कीर्तन चलता रहेगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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